डीएनए हिंदी: आज के समय में बदलती लाइफस्टाइल में बीमारियों लगने की कोई उम्र नहीं रह गई है. कम उम्र में ही लोग बड़ी बड़ी बीमारियों के शिकार हो रहे है, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ ही बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ता जाता है. इसी तरह कभी खत्म न होने वाली डायबिटीज (High Diabetes Level) है, जो एक बार शरीर में घर कर जाने के बाद उम्र के साथ बढ़ती जाती है. यह साइलेंट बीमारी उम्र के किसी भी पड़ाव पर ब्लड शुगर (Blood Sugar Level) बढ़ते ही लग जाती है. उम्र बढ़ने के साथ ही इसका स्तर बढ़ता जाता है. लेकिन ये लेवल कितना होना चाहिए ये पता होना जरूरी है. क्योंकि उम्र के हिसाब से शुगर के नार्मल रेंज की जानकारी न हो तो कई बार ये खतरनाक हो सकती है. आइए चार्ट से समझते हैं किस उम्र में कितना होना चाहिए डायबिटीज...
जानिए ब्लड शुगर चेक करने का सही समय
अगर आपको अपने शुगर की रेंज की सही जानकारी चाहिए तो आपको इसे सुबह के समय ही चेक करना चाहिए. सुबह खाली पेट फस्टिंग की रीडिंग सबसे बेस्ट होती है. रात के खाने और सुबह जांच के समय करीब 8 घंटे का गैप होना चाहिए.
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हर उम्र के हिसाब से अलग होता है शुगर लेवल
-0 से 5 साल के बच्चों में ब्लड शुगर लेवल का खतरा बहुत ही कम होता है. इनका ब्लड शुगर 110 से 200 mg/dL तक हो सकता है
-6 से 12 साल के बच्चों शुगर लेवल 100 से 180 mg/dL तक होता है. इसे ज्यादा पहुंना खतरनाक साबित होता है.
-13 से 18 साल की किशोर अवस्था में एक्टिविटी सबसे ज्यादा बढ़ जाती है. इसबीच ब्लड शुगर 90 से 150 mg/dL रहता है. इसे कम ज्यादा होनेा परेशानी से भरा हो सकता है.
-19 से 26 साल की उम्र वालों में फास्टिंग 100 से 180 mg/dl होता है. वहीं लंच के बाद यह 180 mg/dL होना चाहिए.
-27 से 32 साल की उम्र में फास्टिंग का रेंज 100 mg/dl और लंच के बाद 90 से 110 mg/dL सामान्य होता है.
-33 से 40 साल की उम्र में फास्टिंग रेंज 140 mg/dl से 150 mg/dl और लंच के बाद 160 mg/dl सामान्य होता है. इसे ज्यादा होना खतरा बढ़ सकता है.
-50-60 और उससे ऊपर की उम्र में फास्टिंग 90 mg/dl से 130 mg/dL और लंच के बाद 140 mg/dl से कम होना चाहिए.
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इस समय होता है प्री डायबिटिक का खतरा
डायबिटीज एक ऐसी साइलेंट बीमारी हैं, जिसकी शरीर में शुरुआत होने के बाद ही लक्षण दिखाई देते हैं. फास्टिंग में ब्लड शुगर लेवल 70-100 mg/dl के बीच होना चाहिए, लेकिन ये स्तर 100-126 mg/dl पर पहुंच जाए तो इसे प्री-डायबिटीज कंडीशन माना जा सकता है. इसके बाद अगर शुगर लेवल 130 mg/dl से ज्यादा पर पहुंच जाता है तो यह काफी खतरनाक माना जाता है.
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शुगर बढ़ने पर ऐसे करें कंट्रोल
अगर आपका ब्लड शुगर बॉर्डर लाइन पर पहुंच गया है तो तुरंत ही अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव कर लें. ऐसा करके ही ब्लड शुगर और डायबिटीज को कंट्रोल रखा जा सकता है. इस बीमारी में हर एक चीज के खाने पीने का असर होता है. ऐसे में शुगर लेवल के बॉर्डर पर पहुंचते ही नियमित रूप से वर्कआउट, योगासन और साइकिल चलाना शुरू कर दें. इसके साथ ही खानपान एक सादा रखें. बाहर का तला भूना बिल्कुल बंद करें दें. डाइट में सलाद और हेल्दी फूड शामिल करें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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