Blood in Urine: पेशाब का रंग लाल होना, क्या है यह बीमारी, जानिए कारण-लक्षण और इलाज

सुमन अग्रवाल | Updated:Sep 12, 2022, 10:26 AM IST

यूरिन से ब्लड आना

Blood in urine के पीछे कारण क्या है, इसे क्या कहते हैं, Hematuria क्या है, इस बीमारी के लक्षण और इलाज क्या है, आईए जानते हैं सब कुछ

डीएनए हिंदी : Urniary Blood Causes, Symptoms and Remedy in Hindi- कई बार शरीर में कोई इंफेक्शन (Urine Infection) होता है या फिर किडनी, लिवर से जुड़ी कोई समस्या होती है तो डॉक्टर तुंरत पेशाब की जांच करवाने के लिए कहते हैं, कई बार यूरिन में ब्लड आने लगता है या यूरिन लाल हो जाता है,यह स्थिति काफी चिंताजनक होती है.ऐसे में भी पेशाब टेस्ट (Urine Test) करवाया जाता है. कई लोगों को समझ नहीं आता क्योंकि ब्लड के छोटे छोटे कणे इसमें होते हैं, जो माइक्रो होते हैं और साफ दिखते नहीं हैं लेकिन शरीर में काफी नुकसान करते हैं. 

पेशाब में अगर कभी खून आता है तो इसे अनदेखा ना करें,तुरंत डॉक्टर से इलाज करवाएं. पेशाब में खून आने को हेमट्यूरिया कहते हैं. 

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हेमट्यूरिया के लक्षण (What are the symptoms of haematuria)

पेशाब में  खून आना यानि हेमट्यूरिया के कारण पेशाब गुलाबी,लाल या काला रंग का हो सकता है. लाल मूत्र का उत्पादन करने में थोड़ा खून लगता है और रक्तस्राव आमतौर पर दर्दनाक नहीं होता है. हालांकि आपके पेशाब में रक्त के थक्के आना दर्दनाक हो सकता है. अगर आपके यूरिन में ब्लड आ रहा है तो इंफेक्शन के अलावा कई और कारण भी हो सकते हैं. ब्लड के कणे इतने छोटे होते हैं कि दिखते नहीं हैं.

हेमट्यूरिया के कारण (What is the cause of hematuria)

पेशाब के रास्ते में इंफेक्शन (Urinary tract infections)

यह तब होता है जब बैक्टीरिया आपके शरीर में मूत्रमार्ग के माध्यम से प्रवेश करते हैं. पेशाब करने की बार-बार इच्छा होना, पेशाब करने के दौरान दर्द और जलन और बेहद तेज गंध वाला पेशाब आना शामिल हो सकता है. कुछ लोगों के लिए विशेष रूप से बुजुर्गों के लिए बीमारी का एकमात्र संकेत मूत्र में सूक्ष्म रक्त हो सकता है.

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गुर्दे में संक्रमण (Kidney infections) 

यह तब हो सकते हैं जब बैक्टीरिया आपके रक्तप्रवाह से आपकी किडनी में प्रवेश करते हैं या आपके मूत्रवाहिनी से आपके गुर्दे में चले जाते हैं. हालांकि गुर्दे के संक्रमण से बुखार और पेट में दर्द होने की संभावना अधिक होती है

किडनी में स्टोन आम तौर पर दर्द रहित होते हैं,इसलिए आपको शायद पता नहीं चलेगा कि आपके पेशाब में इतनी दिक्कत है, जब तक पथरी पेशाब के रास्ते में आकर अटक ना जाए. मूत्राशय या गुर्दे की पथरी भी स्थूल और सूक्ष्म रक्तस्राव दोनों का कारण बन सकती है जिसकी वजह से पेशाब में रक्त आ सकता है

बढ़ा हुआ अग्रागम (Enlarged prostate) 

प्रोस्टेट ग्रंथि जो मूत्राशय के ठीक नीचे और मूत्रमार्ग के शीर्ष भाग के आसपास होती है. अक्सर पुरुषों के मध्य आयु के करीब आने पर बढ़ जाती है. यह तब मूत्रमार्ग को संकुचित करता है. आंशिक रूप से मूत्र प्रवाह को अवरुद्ध करता है. बढ़े हुए प्रोस्टेट (सौम्य प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया या बीपीएच)के संकेत और लक्षणों में पेशाब करने में कठिनाई,पेशाब करने की तत्काल या लगातार आवश्यकता और मूत्र में दिखाई देने वाला या सूक्ष्म रक्त शामिल है.

गुर्दे की बीमारी (Kidney disease) बहुत कम पेशाब में रक्त का आना ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस कहते हैं, यह एक सामान्य लक्षण है,जो किडनी के फिल्टरिंग सिस्टम की सूजन है. ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस मधुमेह जैसी प्रणालीगत बीमारी का हिस्सा हो सकता है या यह अपने आप हो सकता है. 

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कैंसर (Cancer) 

प्रोस्टेट कैंसर के कारण भी पेशाब से ब्लड आ सकता है. हो सकता है कि आपको शुरुआती चरणों में संकेत या लक्षण ना दिखाई देता है लेकिन कई बार यह खून की कोशिकाएं छोटी होती हैं.


जेनेटिक (Inherited disorders) 

सिकल सेल एनीमिया यानी लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन का एक वंशानुगत दोष मूत्र में रक्त का कारण बनता है, दोनों दृश्यमान (both visible) और सूक्ष्म रक्तमेह (microscopic hematuria). 


इलाज (Remedy and Treatment)

यूरिन टेस्ट, यूरिनलिसिस मूत्र पथ के संक्रमण या खनिजों की उपस्थिति की भी जांच कर सकता है जो गुर्दे की पथरी का कारण बनते हैं.

हेमट्यूरिया के कारण का पता लगाने के लिए एक इमेजिंग टेस्ट की आवश्यकता होती है. आपका डॉक्टर सीटी या एमआरआई स्कैन या अल्ट्रासाउंड परीक्षा की सिफारिश कर सकता है

सिस्टोस्कोपी, आपका डॉक्टर रोग के लक्षणों के लिए मूत्राशय और मूत्रमार्ग की जांच करने के लिए आपके मूत्राशय में एक छोटे कैमरे से सज्जित एक संकीर्ण ट्यूब को थ्रेड करता है

एंटीबायोटिक और कई तरह की थैरेपी से भी इसका इलाज हो सकता है. बढ़ी हुई पौरुष ग्रंथि को कम करने के लिए डॉक्टर द्वारा लिखी दवाएं लेना. मूत्राशय या गुर्दे की पथरी को तोड़ने के लिए शॉक वेव थेरेपी (Shock Wave Therapy) का इस्तेमाल किया जाता है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।) 

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