डीएनए हिंदी: Women Breast Cancer- ब्रेस्ट कैंसर आजकल की महिलाओं में काफी मात्रा में देखने में आ रहा है. कई बड़े सेलेब्रिटीज कैंसर का शिकार हुए हैं इन खबरों के बाद से महिलाएं इस कैंसर के लक्षणों (Cancer Symptoms) को लेकर काफी सचेत हो गई हैं. दरअसल, यह कैंसर रातो रात नहीं होता है बल्कि महिलाओं की बॉडी बहुत पहले से ही इसके संकेत देती है लेकिन हम समझ नहीं पाते हैं या तो फिर इसे नजरअंदाज करते हैं. इसलिए यह संख्या बढ़ती जा रही है.
क्या कहती है रिपोर्ट (Report on Breast Cancer)
2020 के अध्ययन में पाया गया है कि इस कैंसर से पीड़ित महिलाओं की जीवित रहने की दर केवल 66 परसेंट है. लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन के नेतृत्व में कैंसर से बचने के लिए कॉनकॉर्ड 3 द्वारा एक अध्ययन हुआ था, जिसमें पाया गया है कि अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में फिर भी महिलाओं के जीवित रहने की दर ज्यादा है क्योंकि वहां इलाज संभव है. हालिया एक रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में 7,12,758 महिलाओं में स्तन कैंसर का पता चला था, वह 104 प्रति 100,000 हैं. दुख की बात यह है कि भारत में स्तन कैंसर से पीड़ित दो महिलाओं में से एक की मृत्यु हो जाती है
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शुरुआती संकेत (Signs of Breast Cancer in Hindi)
- छोटी सी गांठ या पिंपल होना
- स्किन में बदलाव जैसे सूजन,लालिमा आना
- दोनों ब्रेस्ट के साइज में बदलाव
- ब्रेस्ट या निप्पल में दर्द
- निप्पल से डिस्चार्ज (ब्रेस्ट मिल्क नहीं)
- आर्मपिट में लंप होना
- निप्पल से खून आना
- स्तन की त्वचा पर नारंगी धब्बे पड़ना
- गले या बगल में लिम्फ नोड्स
- लगातार कई दिनों तक ब्रेस्ट में खुजली होना
- ब्रेस्ट की स्किन नीचे से सही सख्त हो जाना
- अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण समझ आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
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ब्रेस्ट कैंसर से बचाव (Prevention of Breast Cancer in Hindi)
- ब्रेस्ट कैंसर से बचना चाहते है तो अपने खानपान पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है
- अल्कोहल का सेवन कम कर दें, इसके साथ ही हेल्दी डाइट फॉलो करें
- ब्रेस्ट में छोटा सा पिंपल या कोई गांठ दिखते ही तुरंत चेक करें
- ब्रेस्ट की एक्सरसाइज या हल्के हाथों से मसाज करें
- पीरियड्स के बाद कभी कभी जरूर परीक्षण या जांच करवाएं
- मेनोपॉज के बाद ऑस्टियोपोरोसिस के ट्रीटमेंट में यूज होने वाली दवा एविस्टा (रेलोक्सिफिन) का इस्तेमाल करके इस बीमारी से आप बच सकती हैं
- हाई रिस्क वाली महिलाओं को कैंसर के पूरे शरीर में फैलने से बचाने के लिए ऑपरेशन के जरिए ब्रेस्ट को हटा दिया जाता है, जिसे प्रीवेंटिव मास्टेक्टोमी कहा जाता है
- स्तन कैंसर से निजात सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी या फिर हार्मोन थेरेपी से पाया जा सकता है
आपको बता दें कि भारतीय महिलाओं की हालत ज्यादा खराब इसलिए भी है क्योंकि भारत में इसका इलाज बहुत महंगा है. गांव वाली महिलाएं तो इलाज के बारे में सोचने से ही घबराती हैं और वे इसको नजरअंदाज भी करती हैं.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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