Heart Attack Risk: कोलेस्ट्रॉल-ब्लड प्रेशर जैसी ही खतरनाक है शरीर में इस चीज की कमी, कभी भी आ सकता है हार्ट अटैक

Written By ऋतु सिंह | Updated: Aug 26, 2023, 11:31 AM IST

Heart Attack Risk Causes

हार्ट डिजीज या हार्ट अटैक की वजह कैलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर का हाई होना माना जाता है लेकिन क्या आपको ये पता है की कैलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर से भी ज्यादा खतरनाक शरीर में एक खास चीज़ की कमी होती है.

डीएनए हिंदीः हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल हार्ट अटैक के सबसे बड़े कारण माने जाते हैं. लेकिन बहुत लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं है कि हार्ट अटैक आने के पीछे कई और कारण भी होते हैं. शरीर में एक खास चीज़ की कमी होने पर हार्ट अटैक या हार्ट के फेल होने की संभावना सबसे ज्यादा हो जाती है. भले ही आपका कोलेस्ट्रॉल या ब्लड प्रेशर का रेंज नॉर्मल हो लेकिन तब भी आप हार्ट अटैक या कार्डिएक अरेस्ट के शिकार हो सकते हैं. कैसे? चलिए बताएं.

एक खास मिनरल की कमी हार्ट अटैक रिस्क को बढ़ा देती है. जी हाँ, हम बात कर रहे हैं मैग्नीशियम की. मैग्नीशियम की कमी कई बीमारियों का कारण होती है, लेकिन हार्ट अटैक के लिए भी ये सबसे ज्यादा जिम्मेदार होती है. हम में से ज्यादातर लोग हार्ट अटैक या कार्डिएक अरेस्ट आने के पीछे का कारण फैटी फूड मानते हैं क्योंकि फैटी फूड, हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का कारण होते हैं. लेकिन यहां हम आपको ये बताएंगे कि मैग्नीशियम की कमी किस तरह से हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार होती है.

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मैग्निशियम की कमी कैसे होती है हार्ट फेल के लिए जिम्मेदार

मैगनीशियम मसल्स रिलैक्सेंट होता है और मैग्नीशियम की कमी से नसों और आर्टरीज में भी तनाव पैदा होता है. मैगनीशियम आर्टरीज को स्क्वीज और रिलेक्स करने का काम करती है. असल में मैग्निशियम एक एजेंट की तरह आर्टरीज को रिलेक्स करती है. सबसे पहले आपको ये जान लेना चाहिए कि नसें और आर्टरीज दो अलग चीजें हैं. नसें शरीर से ब्लड हार्ट तक  ले आने का काम करती हैं और आर्टिस्ट हार्ट से पंप हुए ब्लड को वापस बॉडी में भेजती है. आर्टेरीज हार्ट के चारों तरफ घिरी हुई एक मसल्सनुमा नसें होती है जो कि हार्ट को रिलैक्स करने का काम करती हैं.

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जिस तरह से हार्ट पंप करता है वैसे ही आर्टरीज भी पंप करती है. आर्टरीज के पंप होने से हार्ट. रिलैक्स होता है लेकिन जब मैग्नीशियम की कमी होती है तब ये आर्टरीज सही तरीके से पंप नहीं कर पाती है. मैग्नीशियम की कमी के कारण आर्टरीज संकुचित तो हो जाती है लेकिन रिलैक्स नहीं कर पाती यानी वापस अपने पोज़ीशन में नहीं आ पाती इससे हार्ट पर प्रेशर बढ़ जाता है क्योंकि हार्ट से पंप किया गया ब्लड शरीर तक नहीं जा पाता और कई बार ऐसा होता है ये नसों जब आर्टरीज में ब्लड पहुंचती हैं तो  आर्टरीज के संकुचित होने के कारण हार्ट तक ब्लड जा ही नहीं पाता है. ऐसे में कार्डियक अरेस्ट या हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है. क्योंकि मैग्नीशियम की कमी से आर्टेरीस वापस अपने संकुचन से ऐक्चुअल पोजिशन में नहीं आ पाती है.

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ज्यादा पसीना आने पर भी होती है मैग्निशियम की कमी

अगर आपको ज्यादा पसीना आता है तो आपको मैग्निशियम की कमी हो सकती है. ज्यादा पसीने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी भी हार्ट अटैक का कारण होती है. अगर शरीर में पानी की कमी के सथा इलेक्ट्रोलाइट्स भी कम हो जाएं तो कार्डिएक अरेस्ट का रिस्क हाई हो जाता है. आपको याद होगा की बॉलीवुड सिंगर केके के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था. कोलकाता में एक कंसर्ट के दौरान ज्यादा स्वेटिंग के कारण उनकी बॉडी डिहाइड्रेट हो गई थी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी से उनको हार्ट अटैक आया गया था. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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