Mirgi or Epilepsy: बार-बार दौरा पड़ना पागलपन की निशानी नहीं, क्या हैं इसके कारण और लक्षण

सुमन अग्रवाल | Updated:Nov 17, 2022, 09:32 AM IST

मिर्गी या Epilepsy कोई मानसिक बीमारी नहीं है, जानिए इसके पीछे के मेडिकल कारण, क्यों आते हैं दौरे और क्या है इसका इलाज

डीएनए हिंदी: Mirgi or Epilepsy Symptoms- Mirgi एक गंभीर न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (Neurological Disorder) है, जिसमें लोगों को दौरे आते हैं. मिर्गी के दौरान मस्तिष्क की कोशिकाएं, जिन्हें न्यूरॉन्स के रूप में जाना जाता है, उनमें एक तरंग फैलती है और एक दूसरे के साथ उनका टकराव होता है. दौरा पड़ने के दौरान विद्युत आवेग बाधित होते हैं,जो मस्तिष्क और शरीर के अजीब व्यवहार करने का कारण बन सकते हैं.

कुछ लोगों में यह बीमारी बहुत ही गंभीर रूप ले लेती है और उनकी जान भी (Death due to Epilepsy) जा सकती है और कई बार यह कुछ दौरों में ही सीमित रहती है. कुछ लोगों को बस कुछ सेकंड या मिनट के लिए-ट्रान्स जैसी स्थिति का अनुभव होता है, वहीं कुछ लोग बेहोश हो जाते हैं या बेकाबू हो जाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि बच्चों को छोटी उम्र में भी मिर्गी का दौरा पड़ सकता है.

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यह मानसिक बीमारी नहीं है 

यह बीमारी दिखने में तो आम बेहोशी जैसी लगती है लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक यह काफी खतरनाक है, भारत में 60 लाख लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं. इस बीमारी को लेकर लोगों की धारणाएं कुछ ऐसी हैं कि यह एक छूआछूत की बीमारी है तो कुछ लोग इसे साइकोलॉजिकल यानी Mental Disease कहते हैं . आईए जानते हैं इसके बारे में सब कुछ 

लक्षण (Symptoms of Epilepsy) 

गरीबों में ज्यादा होती है यह बीमारी

साल 2021 का डेटा बताता है कि 80 फीसदी गरीब लोगों में यह बीमारी है, क्योंकि उन्हें इसका मेडिकल कारण नहीं बता, उन्हें लगता है कि किसी भूत-प्रेत या फिर कोई प्राकृतिक कारण की वजह से व्यक्ति को दौरे पड़ते हैं. 

मिर्गी को ब्रेन या दिमाग से जुड़ी बीमारी बताया जाता है लेकिन, एक्सपर्ट के अनुसार यह एक मानसिक समस्या नहीं है. एपिलेप्सी फाउंडेशन की रिपोर्टस् के मुताबिक मिर्गी मेंटल डिजिज या मानसिक बीमारी नहीं है. यह एक प्रकार का डिसॉर्डर है जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है, वहीं, मिर्गी से पीड़ित लोगों को स्ट्रेस (Stress), डिप्रेशन (Depression) और एंग्जायटी (Anxiety) जैसी समस्याएं होने की संभावना अधिक होती है.

कारण (Causes of Epilepsy)


यह कोई वायरस नहीं है जो छूने से फैल जाएगा. यह बिल्कुल गलत धारणा है कि मिर्गी वाला मरीज अगर किसी को छू लेता है तो उसे भी यह बीमारी हो जाएगी. 

इलाज (Treatment) 

वैसे तो मिर्गी के दौरे पड़ते ही उन्हें दवा दी जाती है ,इलेक्ट्रिक शॉक दिया जाता है 

बेहोश होते ही पहले मुंह और चेहरे पर पानी दिया जाता है 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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