Diabetes Treatment : इन दो गुठलियों का चूर्ण फांकते ही ब्‍लड शुगर होगा कम, नेचुरली इंसुलिन बढ़ेगा

Written By ऋतु सिंह | Updated: Sep 01, 2022, 08:38 AM IST

इन दो गुठलियों का चूर्ण फांकते ही शुगर होगा कंट्रोल, नेचुरली इंसुलिन लगेगा बढ़ने

Ayurvedic Churan for Blood Sugar: अगर आपका ब्‍लड शुगर फ्लैक्‍चुएट (Fluctuations in Blood Sugar) कर रहा या खून में शर्कर यानी ग्लूकोज (Glucose) का लेवल हाई हो रहा है तो दो फलों की गुठलियों का चूर्ण (Fruit Kernel Powder) खाली पेट खाने की आदत डाल लें. ये दोनों आयुर्वेदिक चूर्ण डायबिटीज (Ayurvedic Churna for Diabetes) को कंट्रोल करने में दवा की तरह काम करते हैं.

डीएनए हिंदी: डायबिटीज की समस्‍या (Diabetes Problem) बेहद आम हो चुकी है. फिजिकल एक्‍सरसाइज (Exercise)  न करने और खानपान की गलत आदतों (Worng Diet) के साथ बहुत ज्‍यादा चीनी (Too Much Sugar Use) का प्रयोग शरीर में इंसुलिन के असंतुलन (Insulin Imbalance) का कारण बनता है. लंबे समय तक अगर शरीर में ब्‍लड शुगर बढ़ा रहे तो ये डायबिटीज का कारण बनता है. इसलिए खानपान पर नियंत्रण के साथ अगर एक्‍सरसाइज की जाए तो डायबिटीज को टाला जा सकता है.

अगर आपका शुगर हाई रहता है या दवा के बाद भी ये कंट्रोल में नहीं आ रहा है तो दो फलों की गुठलियां आपकी समस्‍या को नेचुरल तरीके से दूर करने का काम करेंगी. इन गुठलियों का पाउडर इंसुलिन को एक्टिवेट करता है और ब्‍लड में शुगर की मात्रा को तेजी से कम करता है. तो चलिए जानें इन गुठलियों के गुणों के बारे में. 

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इन दो फलों की गुठलियों का बनाएं चूरन
कच्‍चे आम और जामुनी की गुठली का चूर्ण डायबिटीज में दवा की तरह काम करती है. दोनों ही फलों के बीचज को आप सुखा लें और फिर इसका चूर्ण बना लें और रोज सुबह खाली पेट बराबर मात्रा में दो चम्‍मच गुनगुने पानी से फांक लें. 

अगर आप इस चूर्ण में कालमेघ, पुनर्नवा, गोखुरू, अश्वगंधा, अर्जुन की छाल, गुड़मार को मिक्‍स कर लें तो ये और भी कारगर साबित होगी. अन्‍यथा इन दो चूर्ण को ही खाने से आपका शुगर का स्‍तर तेजी से ब्‍लड में कम होने लगेगा. टाइप-2 डायबिटीज रोगियों के लिए ये चूर्ण बहुत उपयोगी माना गया है. 

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बता दें कि लोहिया संस्‍थान की एक रिसर्च में इस चूर्ण को उन मरीजों को खिलाया गया था जो इंसुलिन पर आ गए थे. जिनके शुगर को कंट्रोल करने के लिए रोज इंसुलिन के इंजेक्‍शन देने पड़ रहे थे. संस्‍थान ने इन मरीजों को एक महीने तक लगातार चूर्ण खाने को दिया और पाया कि कई मरीजों को इंसुलिन के इंजेक्‍शन की जरूर खत्‍म हो गई थी. इसलिए अगर आपके शुगर का स्‍तर बढ़ता जा रहा है तो आप इन चूर्ण को खाना शुरू कर दें.

नोट: ध्‍यान रहें ये चूर्ण खाते वक्‍त अपनी शुगर की दवा को न छोड़ें. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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