Diabetes Ayurvedic Treatment: इस हरे पत्ते को चबाकर खाने से दूर होगा बढ़ा हुआ ब्लड शुगर, अल्सर से लेकर तनाव तक

Written By ऋतु सिंह | Updated: Feb 04, 2024, 07:41 AM IST

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आज आपको उस हरे पत्ते के बारे में बताने जा रहे हैं जो हिंदु धर्म में पूजा से लेकर मेहमान नवाजी तक में जरूरी माना गया है. ये पत्ता असल में आयुर्वेदिक औषधियों से भरा होता है.

डीएनए हिंदीः पूर्वांचल और बिहार से लेकर बंगाल तक में पूजा हो या मेहमानों का स्वागत करना हो एक खास हरा पत्ता बहुत यूज होता है. ये है पान का पत्ता. लेकिन क्या आपको पता है कि ये पान का पत्ता आपकी कई बीमारियों की दवा भी है.

जी हां, अगर आप डायबिटीज से लेकर यूरिक एसिड और अल्सर से लेकर कब्ज या स्ट्रेस तक से परेशान हैं तो इस हरे पत्ते को चबाना शुरू कर दें. लेकिन पान का बीड़ा बना कर नहीं. चलिए जानें इस पान के पत्ते के फायदे और खाने का सही तरीका क्या है.

पान के पत्तों का पोषण मूल्य
तो सबसे पहले जरूरी है कि पान के पत्तों का पोषक तत्व जान लिया जाए. प्रति 100 ग्राम पान के पत्तों में 1.3 माइक्रोग्राम आयोडीन, 4.6 माइक्रोग्राम पोटेशियम, 1.9 मोल या 2.9 एमसीजी विटामिन ए, 13 माइक्रोग्राम विटामिन बी1 और 0.63 से 0.89 माइक्रोग्राम निकोटिनिक एसिड होता है.

पान के पत्तों के स्वास्थ्य लाभ
आइए अब पान के पत्तों के फायदों पर चर्चा करते हैं और जानते हैं कि पान आपके स्वास्थ्य के लिए कैसे फायदेमंद हो सकता है:

1. कब्ज की समस्या होगी दूर
पान के पत्तों को एंटीऑक्सीडेंट का पावरहाउस माना जाता है जो शरीर में पीएच लेवल को सामान्य रखता है और पेट से जुड़ी समस्याओं से राहत दिलाता है. कब्ज की समस्या में इसका सेवन विशेष लाभकारी होता है. पेट की समस्याओं से राहत पाने के लिए पान के पत्तों को कुचलकर रात भर पानी में भिगो दें. सुबह उठकर पानी को छान लें और खाली पेट पिएं.

2. दांत से लेकर मसूड़ों तक के लिए बेस्ट
पान के पत्तों में कई रोगाणुरोधी गुण होते हैं जो सांसों की दुर्गंध , दांतों का पीलापन, प्लाक और दांतों की सड़न से राहत दिलाते हैं. खाने के बाद पान के पत्तों से बने पेस्ट को थोड़ी मात्रा में चबाने से मौखिक स्वास्थ्य में लाभ होता है. यह दांत दर्द, मसूड़ों के दर्द, सूजन और मुंह के संक्रमण से भी राहत दिलाता है. पान के पत्तों में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो मुंह में बैक्टीरिया के विकास को रोकते हैं.

3. खांसी, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा में फायदेमंद
आयुर्वेद में पान के पत्तों का उपयोग विशेष रूप से खांसी, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है. पत्तियों में पाए जाने वाले यौगिक कंजेशन से राहत दिलाने और सांस लेने में सुधार करने में मदद करते हैं.

4. तनाव से मिलेगी राहत
पान के पत्ते चबाने से तनाव और चिंता से राहत मिलती है . यह शरीर और दिमाग को आराम देता है और पान के पत्तों में पाए जाने वाले फेनोलिक यौगिक शरीर से कार्बनिक यौगिक कैटेकोलामाइन को मुक्त करते हैं. इसलिए, पान के पत्ते चबाने से बार-बार होने वाले मूड स्विंग से बचा जा सकता है.

5. डायबिटज होगी कंट्रोल
पान के पत्तों में एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुण होते हैं जो शुगर की समस्या को नियंत्रित करने का काम करते हैं. पान के पत्ते खून में ग्लूकोज की मात्रा को बढ़ने से रोकते हैं. टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों को सुबह खाली पेट इसकी पत्तियां चबाने से फायदा होता है.

6. यूरिक एसिड होगा कम
यूरिक एसिड लेवल को कम करने में पान के पत्ते कारगर माने जाते हैं.पान के पत्तों का अर्क एक महीनें में यूरिक एसिड लेवल 8.09mg/dl से घटकर 2.02mg/dl कर सकता है,ऐसा चूहों पर हुए एक शोध से पता चलता है. यूरिक एसिड के मरीजों को बस रोजाना पान के पत्ते चबा चाहिए. इससे आपका यूरिक एसिड लेवल कम हो सकता है.

7. बाल बढ़ाने के लिए पान
इसके अलावा, पान के पत्तों के बालों के लिए कई फायदे हैं और साथ ही ये आपके बालों के विकास को बढ़ावा देने और उन्हें घना बनाने में मदद करते हैं. तो, अपने सपनों के बाल पाने के लिए इन पान हेयर मास्क का उपयोग करने का प्रयास करें.

कैसे खाएं पान का पत्ता
1. डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए सुबह खाली पेट पान के पत्ते चबाने की सलाह दी जाती है.
2. अगर आप तनाव में हैं तो आप सादा या मीठा पान खा सकते हैं. इसके फेनोलिक यौगिक आपके मूड को बेहतर बनाने में मदद करेंगे.
3. कब्ज से राहत पाने के लिए पान के पत्तों को रात भर पानी में भिगो दें. सुबह इस पानी को छानकर पीने से कब्ज से राहत मिलती है.

नोटः पान के पत्ते को बिना चूना-कत्था या सुर्ती के खाना ही फायदेमंद होता है.

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

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