डीएनए हिंदीः अगर आपका ब्लड शुगर बढ़ा रहता है या आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपको कुछ नेचुरल होम रेमेडिज को भी लेते रहना चाहिए, क्योंकि इससे ब्लड शुगर को मेंटेन रखना आसान हो जाता है. कई बार दवा भी वो काम नहीं कर पाती जो कुछ आयुर्वेदिक पत्तियां या बीज कर जाते हैं.
आज आपको अमरूद की पत्तियों का वो गुण बताएंगे जिसे जानने के बाद शायद ही इसे आप खाने से खुद को रोक पाएं. डायबिटीज रोगियों के लिए ये पत्तियां किसी वरदान से कम नहीं हैं. सीधे शब्दों में कहें तो अमरूद की पत्तियां एंटी-डायबिटीक गुणों से भरी होती हैं और अमरूद के पत्तों के अर्क के एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक और एंटी-हाइपरलिपिडेमिक प्रभाव से ब्लड शुगर उसी तरह कंट्रोल होता है जैसे इंसुलिन करता है.
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ncbi.nlm.nih.gov की रिपोर्ट के अनुसार 19 लोगों में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि अमरूद के पत्तों को चबाने या इसका अर्क या काढ़ा पीने से खाने के बाद ब्लड शुगर का स्तर कम हो जाता है. यही नहीं इसका प्रभाव दो घंटे तक नजर आता है . टाइप 2 डायबिटीज वाले 20 लोगों में एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि अमरूद के पत्तों का अर्क पीने से भोजन के बाद रक्त शर्करा का स्तर 10% से अधिक कम हो गया था.
अमरूद की पत्तियां पोटेशियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज और विटामिन बी और सी जैसे खनिजों से भरी होती हैं. अमरूद के पत्तों का अर्क खाने से पहले पीना चाहिए इससे खाने के बाद के रक्त शर्करा बढ़ने से रोका जा सकता है.
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अमरूद के पत्ते को कैसे खाएं
इसकी 3 या 4 नर्म पत्तियों को सुबह उठकर पान की तरह चबा-चबाकर खा लें. इसके बाद जब आप खाना खाने जाएं उससे पहले या उसके साथ ही इसका एक कप काढ़ा पी लें. इसके लिए इसके पत्ते उबाल लें. इन अर्क में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी और फ्लेवोनॉयड्स होते हैं. अमरूद की पत्तियों का अर्क इंसुलिन प्रतिरोध में सुधार करता है, ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करता है और कोलेस्ट्रॉल के उन्मूलन में सुधार करता है
अमरूद के छिलके भी दवा समान
अमरूद के छिलके पूरे फल के रूप में काफी स्वस्थ होते हैं और चीनी के स्तर को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने और T2DM को नियंत्रित करने के लिए पाए जाते हैं. एक अध्ययन में पाया गया है कि कच्चे अमरूद के छिलके में शक्तिशाली एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं. अध्ययन में कहा गया है कि कच्चे अमरूद को छिलके सहित खाने से कई और फायदे मिलते हैं-
सीरम ट्राइग्लिसराइड के स्तर कम होता है
हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया, और हाइपरट्रिग्लिसराइडेमिया जैसे मधुमेह से संबंधित सामान्य लिपिड समस्याएं कम होती हैं. उच्च ट्राइग्लिसराइड का स्तर अक्सर ग्लूकोज असहिष्णुता, इंसुलिन प्रतिरोध और हाइपरिन्सुलिनमिया जैसी जटिलताओं का कारण बनता है. और वे डायबिटीज को और जटिल बनाते हैं. इसलिए कच्चे अमरूद के छिलकों का सेवन टाइप 2 डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद होता है. सिर्फ फल और इसके छिलके ही नहीं, अमरूद के पत्ते भी त्वचा को लाभ पहुंचाते हैं जैसे मुंहासों को कम करना या त्वचा पर चकत्ते को ठीक करना.
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(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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