Blisters Itchiness Causes: ठंड में हाथ-पैर में खुजली और जलन इस गंभीर बीमारी की ओर करता है इशारा, न करें अनदेखा

Written By Abhay Sharma | Updated: Dec 31, 2023, 08:31 AM IST

ठंड में हाथ-पैर में खुजली और जलन इस गंभीर बीमारी की ओर करता है इशारा

Chilblains Symptoms: ठंड के मौसम में चिलब्लेन की समस्या बढ़ जाती है, इसके कारण शरीर में सूजन, लाली, खुजली और जलन की समस्या होने लगती है. आइए जानते हैं कैसे करें इससे बचाव...

डीएनए हिंदीः  ठंड के मौसम में हेल्थ से जुड़ी कई समस्याएं बढ़ जाती हैं, इन्हीं में से एक समस्या है चिलब्लेन (Chilblains). बता दें कि इसकी वजह से शरीर में सूजन, लाली, खुजली और जलन की समस्या होने लगती है. आमतौर पर लोग इस समस्या को नजरंदाज कर देते हैं, लेकिन इसे नजरअंदाज करना आपके लिए भारी पड़ सकता है. बता दें कि यह समस्या शरीर के बार बार ठंड के संपर्क में आने से (Chilblains Symptoms) पनपती है और इसकी वजह से हाथ-पैर में सूजन और खुजली के साथ लाल धब्बे, फफोले आदि पड़ने लगते हैं. ऐसे में इसके लक्षणों की पहचान कर समय पर इसका इलाज शुरू कर देना (What Is Chilblains) चाहिए, क्योंकि इसके प्रति लापरवाही बरतने से संक्रमण और ज्यादा बढ़ सकता है और इससे आपको गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है... 

कैसे पहचाने चिलब्लेन की बीमारी
 
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक चिलब्लेन की बीमारी में हाथ-पैर में सूजन होने लगता है और इसके कारण हाथ और पैर में सूजन और पैच होने लगते हैं. ठंडी हवा के संपर्क में आने के कारण यह दिक्कत शुरू होती है. चिलब्लेन में नीला, सफेद और बैंगनी रंग की सूजी हुई खुजली और त्वचा के धब्बे होने लगते हैं, जो ठंड के मौसम में खराब होने लगते हैं और बढ़ जाते हैं. 

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ये हैं चिलब्लेन के सामान्य लक्षण

  • हाथ-पैर में खुजली और दाने निकलना
  • घाव या छाले पड़ना
  • पैर-हाथ में सूजन
  • पैर या हाथ में तेज दर्द या चुभन होना
  • स्किन के रंग में बदलाव आना

इन लोगों को ज्यादा होती है ये परेशानी

-जो बहुत टाइट कपड़े पहनते हैं या जिनकी त्वचा ठंड के सम्पर्क में अधिक आती है. 
-पुरुषों की तुलना में महिलाएं इस समस्या की शिकार ज्यादा होती हैं.
-दुबले-पतले लोग, जिनका वजन औसत से कम होता है.
-ऐसी जगहों पर रहने वालों को जहां ठंड के साथ नमी भी बहुत होती है.
-जिन लोगों में ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं होता उनमें भी इस समस्या का खतरा होता है.
-किसी ऑटोइम्यून डिसीज या अन्य बीमारी से ग्रसित व्यक्ति में भी इसके होने की आशंका ज्यादा होती है. 

ऐसे करें बचाव

-इससे बचाव के लिए बिना गर्म कपड़े और पूरी सुरक्षा ठंड में बाहर न निकलें.
-साथ ही कपड़े ढीले और लेयर्स में पहनें, यानी एक पतली परत सबसे नीचे उसके ऊपर एक शर्ट या टॉप और उसके ऊपर एक लेयर गर्म कपड़ा.
-इसके अलावा पैरों में ऐसे जूते पहनें जो नमी से भी सुरक्षित रखें. 
-इस बात का ध्यान रखें कि टाइट कपड़े और जूते पहनने से बचें.
-साथ ही हाथ-पैर और चेहरे को सूखा और गर्म रखें और अगर हाथ बार-बार धोना भी पड़े तो तुरंत उसे सूखा कर मॉइश्चराइजर जरूर लगाएं. 

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

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