Cold Intolerance: क्या है कोल्ड इनटॉलरेंस? कहीं आप भी तो नहीं हैं इस बीमारी के शिकार, जानें बचाव के उपाय

Written By Abhay Sharma | Updated: Jan 23, 2024, 09:55 PM IST

Cold Intolerance

Cold Intolerance: कोल्ड इनटॉलरेंस एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर ठंडा पड़ जाता है और मरीज को बहुत ज्यादा ठंड लगती है. आइए जानते हैं क्या हैं इसके कारण और बचाव के उपाय

डीएनए हिंदी: दिल्ली समेत देश के कई अन्य हिस्सों में ठंड काफ़ी ज्यादा बढ़ गई है. ऐसे में कड़ाके की इस ठंड में हर कोई रजाई में दुबक के बैठे रहना चाहता है. सर्दियों के मौसम में कई लोगों को जरूरत से ज्यादा ठंड महसूस होती है, अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं तो सावधान हो जाएं. क्योंकि जरूरत से ज्यादा ठंड लगना कोल्ड इनटॉलरेंस (Cold Intolerance) का लक्षण हो सकता है. दरअसल यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर ठंडा पड़ जाता है और मरीज को बहुत ज्यादा ठंड लगती है. ऐसे में अगर आपको भी दूसरों की तुलना (What Is Cold Intolerance) में ज्यादा ठंड लगती है तो इस समस्या को हल्के में न लें. बता दें कि कोल्ड इनटॉलरेंस होने से खून की कमी से लेकर थायराइड की बीमारी भी हो सकती है. ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं क्या है ये बीमारी और इससे कैसे बचा जाए...

क्या है कोल्ड इनटॉलरेंस (What is Cold Intolerance)

बता दें कि कोल्ड इनटॉलरेंस एक स्थिति है, जब किसी व्यक्ति को सामान्य से ज्यादा ठंड लगती है. इसकी वजह से व्यक्ति ठंडे मौसम या तापमान के लिए बेहद संवेदनशील हो जाता है. इस समस्या को कोल्ड इनटॉलरेंस कहा जाता है. बता दें कि जिन लोगों को कोल्ड इनटॉलरेंस होता है, उन्हें कई तरह की क्रॉनिक हेल्थ प्रॉब्लम्स का भी सामना करना पड़ता है. इसके अलावा इस समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए ठंड के मौसम को झेलना काफी मुश्किल हो जाता है.

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जानें कोल्ड इनटॉलरेंस के कारण (Cold Intolerance Causes)

दरअसल, हमारे मस्तिष्क में हाइपोथेलेमस नाम की एक ऐसी ग्रंथि होती है, जो शरीर के तापमान को रेगुलेट करती है और साथ ही यह ग्रंथि शरीर को संदेश भी भेजती है. इससे शरीर में हीट प्रोडक्शन होता है या फिर शरीर ठंडा होता है. बता  दें कि हाइपोथेलेमस ग्रंथि शरीर के तापमान को नियंत्रित करती है और इसकी वजह से सर्दियों में कोल्ड इनटॉलरेंस की समस्या होती है.इसके अलावा, कुछ बीमारियों के कारण भी कोल्ड इनटॉलरेंस का जोखिम बढ़ सकता है. इन बीमारियों में शामिल हैं-

  • हाइपोथायरॉयडिज्म
  • एनीमिया
  • एनोरेक्सिया नर्वोसा
  • रक्त वाहिकाओं से जुड़ी समस्याएं

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कैसे करें कोल्ड इनटॉलरेंस से बचाव (Cold Intolerance Treatment)

कोल्ड इनटॉलरेंस की समस्या से कैसे बचाव के लिए जिन लोगों को बहुत ज्यादा ठंड लगती है, उन्हें गर्म कपड़े पहनकर ही पूरे समय रहना चाहिए. साथ ही पूरी बॉडी को वार्मर से कवर करें और उसके ऊपर अपने रेगुलर कपड़े पहनें. वहीं अगर आपकी स्किन बहुत ज्यादा सेंसिटिव है तो आप सॉफ्ट वूलन का इस्तेमाल करें, क्योंकि कई बार कोल्ड इनटॉलरेंस की समस्या के कारण लोगों को शरीर में चकत्ते भी पड़ने लगते हैं.

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

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