डीएनए हिंदी: हमारा शरीर किसी भी बीमारी के घातक होने से पहले संकेत देता है, लेकिन हम इन्हीं सही समय पर न पहचान पाने की वजह से इलाज नहीं करा पाते. इसी की वजह से समस्या बढ़ जाती है. ऐसा ही सर्दी जुकाम के साथ भी है. बार बार सर्दी जुकाम होने को हम इग्नोर कर देते हैं या फिर इसे कमजोर इम्यूनिटी की वजह मानकर खुद ही डाइट लेने लगते हैं, लेकिन ऐसा प्रोटीन की कमी की वजह से भी हो सकता है. प्रोटीन हमारे शरीर में हड्डियों, मसल्स से लेकर इंटरनल ऑर्गंस को मजबेत करता है, लेकिन इसके कमी होने पर समस्या भी शुरू हो जाती है. प्रोटीन की कमी के संकेत भी मिलते हैं, लेकिन इन्हें न पहचानने की वजह से हम समस्या और भी बढ़ जाती है. आइए जानते हैं प्रोटीन की कमी की वजह से होने वाली समस्या और इसकी जरूरत...
जानिए बॉडी के लिए कितनी जरूरी है प्रोटीन
बॉडी में प्रोटीन होना बहुत ही जरूरी है. प्रोटीन की कमी हमारे शरीर में कई बीमारी पैदा कर देता है. बॉडी के लिए वजन अनुसार, हर एक किलो पर एक ग्राम प्रोटीन जरूरी होता है. इसके कम होने पर खानपान से इसे बढ़ाया जा सकता है. वहीं प्रोटीन की कमी होने पर इसके लक्षण शरीर में दिखाई दे जाते हैं आइए जानते हैं...
जल्दी जल्दी सर्दी जुकाम होना
बार बार सर्दी और जुकाम होने पर ज्यादातर लोग इसे इम्यूनिटी कमी मानते हैं. इसे देखकर इम्यूनिटी को बूस्ट करने वाले फूड्स खाने लगते हैं, लेकिन लो इम्यूनिटी से लेकर बार बार सर्दी जुकाम होने की वजह प्रोटीन की कमी भी होती है. ऐसे में बार बार जुकाम होने पर प्रोटीन का इंटेक बढ़ा दें.
थकान और कमजोरी भी होती है वजह
प्रोटीन शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होता है. बॉडी में मौजूद प्रोटीन की कमी थकान से लेकर कमजोरी और सुस्ती की वजह बनती है. प्रोटीनयुक्त भोजन खाने से इसकी कमी दूर हो जाती है.
स्लो मेटाबॉलिज्म
मेटाबॉलिज्म का सीधा संबंध में हमारे खाने के पचने से होता है. खाने के देर से पचने की वजह से शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है. ऐसे में प्रोटीनयुक्त खाने की मात्रा बढ़ाने से मेटाबॉलिज्म सिस्टम ठीक रहता है.
हेयर फॉल से चटक जाते हैं नाखून
प्रोटीन की कमी होने की वजह से हेयर फॉल की समस्या बढ़ जाती है. इसके साथ ही नाखून चटकने लगते हैं. इन्हें प्रोटीन की मात्रा पूरी कर सही किया जा सकता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.