मौसम में बदलाव के कारण पिछले कुछ दिनों से लोग खांसी (Cough And Cold), जुकाम और बुखार की चपेट में आ रहे हैं, इस मौसम में खांसी, जुकाम और बुखार होना आम है. लेकिन, अगर लंबे समय तक ये समस्या बनी रहे तो इसे हल्के में न लें. क्योंकि ये फ्लू या फिर ह्यूमन रेस्पिरेटरी सीनसीटियल वायरस (Human Respiratory Syncytial Virus) यानी आरएसवी वायरस (RSV Virus) के कारण हो सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक आजकल लोगों में RSV Virus तेजी से फैल रहा है. ऐसे में समय रहते इसकी पहचान कर इसका इलाज शुरू कर देना चाहिए. क्योंकि ये वायरस खतरनाक साबित हो सकता है. आइए जानते हैं इसके बारे में...
क्या है RSV Virus?
आरएसवी वायरस का पूरा नाम ह्यूमन रेस्पिरेटरी सीनसीटियल वायरस (Human Respiratory Syncytial Virus) है और ये वायरस आंख-नाक और मुंह से शरीर में घुसता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह सबसे पहले मरीज के फेफड़ों और सांस की नली पर अटैक करता है, जिसके कारण सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. अगर समय पर आरएसवी वायरस का इलाज न हो तो ये लंग्स को नुकसान पहुंचाता है. वहीं कुछ मामलों में ये निमोनिया का कारण भी बन सकता है, जो बेहद घातक हो सकता है.
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आरएसवी वायरस के लक्षण (RSV Virus Symptoms)
मायोक्लिनिक के अनुसार, आरएसवी वायरस की चपेट में आने के 4 से 6 दिन बाद इसके संकेत दिखने शुरू हो जाते हैं, ऐसी स्थिति में शुरुआत में ये आम लक्षण दिखते हैं.
- बंद नाक और नाक बहना
- सूखी खांसी की समस्या
- हल्का बुखार आना
- गले में सूजन की समस्या
- छींक आने की समस्या
- सिरदर्द की समस्या
ऐसे करें बचाव (RSV Safety Tips)
इस वायरस से बचाव के लिए जरूरी है कि खांसी और जुकाम से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में न आएं और हाथ धोकर भोजन करें. इसके अलावा अगर आप भीड़ वाले इलाकों में जा रहे हैं तो पहले मास्क पहने. वहीं छोटे बच्चों को आरएसवी से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाएं.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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