डीएनए हिंदी: हेल्दी और फिट रहने के लिए शरीर को कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है और उन्हीं में से एक पोषक तत्व है कॉपर (Copper). लोग प्रोटीन, विटामिंस, कैल्शियम, आयरन आदि की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में कई (Copper Deficiency) तरह के हेल्दी फूड्स शामिल करते हैं. लेकिन कॉपर जैसे आवश्यक मिनरल पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं. ऐसे में शरीर में कॉपर की कमी के कारण कई रोग पनपने लगते हैं. बता दें कि कॉपर लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने और हड्डियों को स्वस्थ रखने व नर्वस (Copper Deficiency Symptoms)सिस्टम को बेहतर बनाने का काम करता है. वैसे तो शरीर में कॉपर बेहद कम मात्रा में पाया जाता है, लेकिन अन्य मिनरल्स और विटामिन की तरह कॉपर भी जरूरी होता है. इसलिए शरीर में इसकी कमी को भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए..
कॉपर क्या है
दरअसल कॉपर एक तरह का मिनरल है. शरीर में कॉपर की कमी होने को हाइपोक्यूप्रेमिया (hypocupremia) भी कहते हैं. यह मस्तिष्क, रक्त आदि में आवश्यक कार्य करने में मदद करता है और कॉपर से भरपूर फूड्स के सेवन से हड्डियों को मजबूती मिलती है. इससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है और कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रहता है. साथ ही हार्ट डिजीज से बचाव होता है. इसलिए प्रतिदिन हर उम्र के लोगों को डाइट में आयु के अनुसार कॉपर शामिल करना चाहिए. इसके लिए आप डाइटिशियन की सलाह ले सकते हैं.
कॉपर की कमी के लक्षण
- आसानी से हड्डियों का से टूटना
- थकान महसूस होना
- त्वचा का पीला पड़ना
- बार-बार बीमार पड़ जाना
- शारीरिक विकास सही से ना होना
- स्किन इंफ्लेमेशन की समस्या
- मांसपेशियों में दर्द
कॉपर की कमी ऐसे करें दूर
अगर आप जिंक का सेवन अधिक करते हैं तो जिंक सप्लीमेंट को लेना कम कर दें, इससे कॉपर की कमी हो सकती है. ऐसे में डॉक्टर कॉपर सप्लीमेंट्स लेने की सलाह देते हैं. बता दें कि प्रतिदिन 2 मिलीग्राम कॉपर के सेवन से इसकी कमी दूर कर किया जा सकता है. इसके अलावा कॉपर से भरपूर फूड्स के सेवन से भी इस मिनरल की कमी को दूर कर सकते हैं. इसके लिए आप कॉपर से भरपूर डाइट में काजू, सूरजमुखी के बीज, साबुत अनाज, ब्रेड, पास्ता, ब्रोकली, आलू, केला आदि शामिल कर सकते हैं.