बिगड़े थायराइड हार्मोन को बैलेंस कर देगी इस मसाले की चाय, इस फूल के पत्तों संग मिलाकर कर देगी कमाल

Written By ऋतु सिंह | Updated: Jul 24, 2023, 03:03 PM IST

Herbal tea control thyroid

थायराइड के गड़बड़ होने से टीएसएच, टी3, टी4 का लेवल हाई या लो होने लगता है, इससे बॉडी में एंटीबॉडी कम होने से लेकर बालों का झड़ना, शुष्क त्वचा, चयापचय, प्रजनन क्षमता जैसी कई दिक्कते शुरू हो जाती हैं.

डीएनए हिंदीः थायराइड की समस्या जीवनशैली से जुड़ी होती है. ये आजकल आम होता जा रहा है. थायराइड गले में तितली के आकार की एक ग्रंथि है जो शरीर को पाचन में मदद करती है. थायराइड की समस्या अक्सर गर्भावस्था के दौरान भी हो जाती है, लेकिन अगर आप जीवनशैली से जुड़ी इस समस्या के बारे में कुछ बातों का ध्यान रखें तो इसे आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है.

आज आपको एक ऐसे हर्बल चाय के बारे में बताएंगे जो थायराइड ग्लैंड पर असर करती है और हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने का काम करती है. दिन की शुरुआत कैफीनयुक्त चाय और कॉफी से करने से हार्मोनल डिसबैलेंस बढ़ता है, जबकि कैफीन मुक्त चाय थायराइड को रेग्युलेट करती हैं. 

कैफीन का सेवन करने से पहले से सूजी हुई थायरॉइड ग्रंथि में और सूजन आ जाती है. यह आपकी आंत की परत को परेशान करता है और आपके थायरॉइड के उपचार में देरी करता है. यह आपके चयापचय, हार्मोन और प्रजनन क्षमता को बाधित करता है. लेकिन आप रोज सुबह और शाम को धनिए के बीज से बनी हर्बल टी पीना शुरू कर दें तो हफ्ते भर में थायराइड  बैलेंस हो जाएगा.

कैसे बनाए धनिये से हर्बल टी

 1 गिलास पानी (300 मिली) लें और उसमें 2 बड़े चम्मच धनिये के बीज, 9-12 करी पत्ते, 5-7 सूखी गुलाब की पंखुड़ियाँ डालें.  इसे मध्यम आंच पर 5-7 मिनट तक उबालें और आपकी थायराइड के लिए खास हर्बल चाय तैयार है.

अगर आपको थायराइड, आंत या हार्मोनल समस्या है तो कैफीन बंद करना सबसे अच्छा है, लेकिन अगर आप तुरंत बंद नहीं कर सकते हैं तो आप अपनी चाय और कॉफी में आधा चम्मच देसी घी या एक चम्मच नारियल तेल मिला सकते हैं. यह आपके पेट को होने वाले नुकसान को कम कर सकता है. हर्बल चाय पीने के 30 मिनट बाद आप इसे पी सकते हैं.

यह चाय निम्नलिखित तरीकों से थायराइड में सुधार करती है:

  • हाइपरथायरायडिज्म के रोगियों में स्वाभाविक रूप से थायराइड हार्मोन का स्तर कम हो जाता है.
  • हाइपोथायरायडिज्म वाले लोगों में थायराइड हार्मोन के स्तर में सुधार करता है.
  • आयरन, चयापचय में सुधार करता है, त्वचा का सूखापन, बालों का झड़ना आदि कम करता है.
  • थायरॉइड नोड्यूल्स, गण्डमाला, हाशिमोटो, ग्रेव्स (ऑटो-इम्यून थायरॉइड रोग) में सूजन को कम करना और थायरॉइड फ़ंक्शन में सुधार करना. एसिडिटी, सूजन, पेट दर्द, सफेद बाल और मासिक धर्म में ऐंठन के लिए भी काम करता है.

थायराइड और हार्मोनल समस्याओं से पीड़ित हैं और बिना दवा के ठीक होना चाहते हैं तो सूखे धनिए के बीज का काढ़ा या चाय जरूर पीएं.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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