डीएनए हिंदी: Cough Syrup Tips- हाल ही में कफ सिरप (Gambia Cough Syrup Death Case) से बच्चों की मौत के मामले ने लोगों को काफी चिंता में डाल दिया है क्योंकि हम कुछ भी होता है थोड़ी सी खांसी में भी बच्चों को कफ सीरप दे देते हैं. माएं इतना परेशान हो जाती हैं कि डॉक्टर की राय से पहले खुद ही डॉक्टर बन जाती हैं. बच्चों को कब और कितनी बार सिरप देना चाहिए, इस दौरान किन बातों का ध्यान रखें और क्या नुकसान हो सकते हैं, इसपर हमने डॉक्टर उषा रंजन से बात की, उन्होंने हमें कुछ बातों पर गौर करने को कहा.
क्या था मामला (Gambia Case)
गांबिया की घटना के बाद से WHO भी हरकत में आ गया है, संगठन ने इन चार दवाओं में प्रोमेथाज़िन ओरल सॉल्यूशन (Promethazine Oral Solution), कोफेक्समालिन बेबी कफ सिरप (Kofexmalin Baby Cough Syrup), मकॉफ़ बेबी कफ सिरप (Makoff Baby Cough Syrup), और मैग्रीप एन कोल्ड सिरप (Magrip N Cold Syrup) शामिल को लेकर अलर्ट जारी किया है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि इन चार के अलावा सभी सुरक्षित हैं और हम बगैर सोचे समझे ले सकते हैं. हमें किसी भी सिरप को लेने से पहले उसके अंदर किस केमिकल का इस्तेमाल ज्यादा या कम हुआ है उसकी जांच करनी चाहिए. इन दवाओं में डायथाइलीन ग्लाइकॉल (diethylene glycol) और एथिलीन ग्लाइकॉल (ethylene glycol) की अधिक मात्रा पाई गई जो काफी घातक साबित हुआ. डायथाइलीन ग्लाइकॉल (डीईजी) या एथिलीन ग्लाइकॉल का सेवन ज्यादा करने पर इंसानों के लिए जहरीला हो जाता है.
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कैसे सावधानी बरतें, घरेलू उपचार (Home Remedies to Reduce Cough)
अगर बच्चे को खांसी हो तो तुरंत उसे सिरप ना देकर घरेलू उपचार करें, जैसे स्टीम, गरम पानी, काढ़ा, शहद में अदरक मिलाकर दें. इससे उसे भले ही तुरंत आराम नहीं मिलेगा लेकिन जल्द ही आराम मिलने लगेगा.
हर बार दवा का सेवन भी सुरक्षित नहीं है. खास तौर पर बच्चों के मामले में बेहद सतर्क रहेना चाहिए, बच्चों को सिरप बहुत अधिक नहीं देनी चाहिए, डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही दवा शुरू करें
कई बार खांसी फ्लू या इंफेक्शन के कारण हो रही है, ऐसे में सिरप काम नहीं करेगी, इसलिए दवा बदलनी चाहिए, नाकि सिरप देते रहें.
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किन बातों का रखें ध्यान (Keep These things in Mind)
- दवा का नाम और किस लिए दी जा रही है,यह समझ लें और उसकी डेट बाकी डिटेल्स भी जान लें
- कितनी, कब और कितने समय तक दवा देनी है, एक मात्रा तय करें, बहुत ज्यादा न दें
- दवा कैसे दी जानी चाहिए, उदाहरण के लिए मुंह से, फेफड़ों में सांस द्वारा, आंखों या मलाशय में डालना, या त्वचा पर लगाना, यह जरूरी है
- कई बार घर में रखी बड़ों की सिरप हम बच्चों को दे देते हैं, वो हार्ड होती है,इसलिए ध्यान देने की जरूरत है, बच्चों की सिरप अलग होती है
- कई बार घर में रखी दवा हम बच्चों को दे देते हैं, एक्सपाइरी देखना बहुत जरूरी होता है.
- फार्मिस्ट या दवा दुकानदार को भी अपनी जिम्मेदारी समझकर दवा देनी चाहिए
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