डीएनए हिंदः देश-दुनिया में इन दिनों हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. पहले ज्यादातर अधेड़ उम्र के लोग इस बीमारी से पीड़ित होते थे. लेकिन अब हार्ट अटैक के मामले इतने ज्यादा हो गए हैं कि युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. इसका मुख्य कारण अधिक वजन, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है.
किसी को दिल का दौरा पड़ने पर लोग काफी चिंतित हो जाते हैं, उन्हें समझ नहीं आता कि ऐसे समय में क्या किया जाए. दिल का दौरा पड़ने वाले मरीज को अगर तुरंत अस्पताल न पहुंचाया जाए तो उसकी मौत हो सकती है. इसलिए, अगर किसी को दिल का दौरा पड़ जाए तो कुछ काम तुरंत करके आप खुद मरीज को बचा सकते हैं.
इसमें सबसे पहले नंबर पर आता है सीपीआर. ये एक ऐसी तकनीक है जिसके जरिए मरीज को दोबारा होश में लाया जा सकता है. मरीज को होश में आते ही उसे कायन पैपर (Fresh Cayenne Pepper) वाटर पिलाकर या इमरजेंसी पिल 5 mg सोर्बिट्रेट (Sorbitrate) जीभ के नीचे रखकर आप उसे हॉस्पिटल पहुंचाने तक आसानी से बचा सकते हैं.
तो चलिए आपको बताते हैं कि सीपीआर क्या है, इसे कैसे दिया जाता है और इसे देने के बाद क्या करना चाहिए.
अगर दिल का दौरा पड़े तो तुरंत सीपीआर दें
अगर किसी को दिल का दौरा पड़ रहा है तो बिना किसी देरी के तुरंत उस मरीज को सीपीआर दें. सीपीआर का मतलब कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन है. सीपीआर काफी हद तक मरीज की जान बचा सकता है. यह एक प्रकार का प्राथमिक उपचार है. सीपीआर से रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति फिर से शुरू हो जाती है. इसलिए, अगर किसी मरीज की सांसें रुक जाएं या उसे दिल का दौरा पड़ जाए तो आप यह सीपीआर देकर उसकी जान बचा सकते हैं.
सीपीआर कैसे दें?
जब भी किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़े तो उसे जमीन पर सीधा लिटा दें. सीपीआर में मुख्य रुप से दो काम किए जाते हैं. पहला छाती को दबाना और दूसरा मुंह से सांस देना जिसे माउथ टु माउथ रेस्पिरेशन कहते हैं. सीपीआर के लिए मरीज के सीने के बीचोबीच हथेली रखकर (दोनों हाथों को छाती के केंद्र में रखें- छाती की हड्डी के निचले आधे हिस्से पर ) पंपिंग करते हुए दबाया जाता है. आप छाती को प्रति मिनट कम से कम 100 बार दबा सकते हैं.
सीमाउथ टु माउथ रेस्पिरेशन के लिए सामान्य सांस लें, उनके खुले मुंह को अपने मुंह से ढकें और लगभग एक सेकंड के लिए उनके मुंह में फूंक मारें. जब आप उनके मुंह में सांस डालें तो उनकी छाती स्पष्ट रूप से ऊपर उठनी चाहिए. ये प्रक्रिया भी आपको कई बार करनी होगी.
सीपीआर देने के बाद ऐसा करें
सीपीआर देने से मरीज की सांसें फिर से शुरू हो जाएंगी. लेकिन इसके बाद बिना देर किए मरीज को तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं और नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराएं. और जब तक अस्पताल नहीं जा पाते सीपीआर के बाद मरीज को कायन पेपर वाटर दें या इमरजेंसी पिल 5 mg सोर्बिट्रेट मरीज के जीभ के नीचे रख दें इससे ब्लड पतला होगा और नसों की ब्लाकेज दूर होगी
क्या है कायन पैपर
कायन पैपर में उपयोगी पदार्थ है कॅप्सैकिन यानी एक तरह की लाल मिर्च है. ये आम लाल मिर्च से अलग होती है. इसे पानी में घोल कर मरीज को देने से तुरंत ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है. यह प्लैटलेट के गाढ़ेपन को कम करने में मदद करता है, जो इसे उन्हें कम चिपचिपा बनाता है. यह हृदय रोग और अन्य रक्त में जमाव से बचने में मदद करता है. कायन कलेस्ट्रॉल कम करने में भी मदद होती है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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