डीएनए हिंदीः खान-पान की आदतों में बदलाव करके ही लिवर को आराम दिया जा सकता है. लिवर की मदद से ही पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है और लिवर ही गुड कोलेस्ट्रॉल बनाने से लेकर प्यूरीन को तोड़ने और फैट को कार्ब्स में बदले का काम करता है. अगर ये गड़बड़ हो जाए तो शरीर की पूरी व्यवस्था ही ध्वस्त होने लगती है.
लिवर ख़राब होने से कई बीमारियाँ हो जाती हैं, जिनमें पीलिया, पेट में दर्द और सूजन, पैरों और टखनों में सूजन, त्वचा में खुजली, गहरे रंग का पेशाब, अत्यधिक थकान, मतली या उल्टी शामिल है. इससे बचने के लिए आज हम कुछ बेहतरीन और पौष्टिक सब्जियों के बारे में जानने जा रहे हैं, जिनके सेवन से इन समस्याओं से बचा जा सकता है.
सरसों के साग के फायदे
सरसों के साग में सूजन-रोधी गुण होते हैं. जिसकी मदद से लीवर में सूजन और लालिमा कम हो जाती है. इसमें कुछ ऐसे यौगिक होते हैं जो लिवर के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं. सरसों के बीज में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो सूजन को कम करता है और लिवर को ठीक से काम करने में मदद करता है.
फूलगोभी
फूलगोभी में ग्लूटाथियोन होता है, जो लिवर को सक्रिय रखता है. जिसकी मदद से लीवर साफ रहता है. सर्दियों में लिवर की समस्याओं से बचने के लिए फूलगोभी का उपयोग किया जा सकता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण होते हैं जो एंजाइमों के समुचित कार्य में मदद करते हैं और इस तरह लीवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते हैं. इसे खाने से लीवर को स्वस्थ रखा जा सकता है.
प्याज
प्याज में अमीनो एसिड होता है जो लिवर को डिटॉक्सीफाई करने का काम करता है. इसके अलावा यह लिवर की कोशिकाओं में वसा के संचय को रोकता है और हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया की स्थिति से बचाता है. दरअसल इस दौरान रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है और प्याज का सेवन कोलेस्ट्रॉल को जमा होने से रोकता है. इसलिए अच्छे लीवर के लिए इसका सेवन किया जा सकता है.
पालक
पालक आयरन, एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन, खनिज और पोषक तत्वों से भरपूर होता है. फाइबर पाचन में सहायता करता है और लीवर के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है. पालक के पत्तों में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं. इससे फैटी लीवर में काफी सुधार होता है. इसके सेवन से लिवर की समस्याओं से बचा जा सकता है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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