Dangerous Smog: प्रदूषण से 10 में से 8 बच्चों को खांसी के साथ सांस लेने में हो रही तकलीफ, सिर्फ ये उपाय ही बचाएंगे

ऋतु सिंह | Updated:Nov 04, 2022, 02:17 PM IST

बढ़ते प्रदूषण से 10 में से 8 बच्चों को खांसी के साथ सांस लेने में हो रही तकलीफ

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से बच्चों के लंग्स तेजी से इफेक्ट हो रहे हैं. खांसी-सांस लेने में दिक्कत जैसी कई समस्याएं बच्चें महसूस कर रहे हैं.

डीएनए हिंदीः बढ़ते स्मॉग के चलते अब हर कोई प्रभावित हो रहा है. गले में इर्रिटेशन के साथ खांसी, सांस लेने में दिकक्त और आंखों में जलन जैसी कई समस्याएं बच्चों में तेजी से नजर आ रही हैं. 10 में से 8 बच्चे सांस में तकलीफ की शिकायत कर रहे हैं. 
जहरीली हवा यानी स्मॉग से सर्दी-जुकाम, नाक बहना, बेताहाशा छींक का आना और कफ के साथ छाती में जकड़न की शिकायत लेकर डॉक्टर्स के पास लोग आ रहे हैं. खतरे की बात ये है कि छोटे बच्चे इसे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.   

रेनबो  चिल्ड्रन हॉस्पिटल की डॉ. अनामिका ने बताया कि उनके पास 10 में से 8 बच्चों के पेरेंट्स बच्चों में सांस की समस्या की शिकायत लेकर आ रहे हैं.  प्रदूषण से जहरीली गैसों की संख्या बढ़ गई है और हवा में मौजूद नैनो कण बच्चों के फेफड़ों को जकड़ रहे हैं. 

Cough Melting Tips : छाती में जकड़ी कफ और बलगम आ जाएगी बाहर, लंग्स को क्लीन कर देंगे ये नुस्खे

स्मॉग से बचाने के लिए करें ये उपाय
स्मॉग से बचने के लिए सबसे पहले आपको घर में बंद होना होगा. घर के खिड़की-दरवाजों को बंद कर पर्दे लगा कर रखें. 
आउटडोर एक्टिविटी पूरी तरह से बंद कर दें. बच्चों को इनडोर गेम खिलाएं.
घर से बाहर निकलना जरूरी हो तो एन-95 मास्क लगाकर ही बाहर निकलें क्योंकि यही पॉल्यूशन से बचाएंगा. कपड़े का मास्क न पहनें.

लंग्स से गंदगी को इस तरह से नेचुरली निकालें
 

स्टीम लें, पीएं गुनगुना पानी
स्मॉग के इफेक्ट्स अगर खांसी आ रही या गले में इर्रिटेशन बढ़ गया है तो गर्म पानी पीने के साथ ही भाप यानी स्टीम जरूर लें. ये दोनों ही चीजें गले से लेकर छाती तक की गंदगी को दूर करेंगी. भाप से लंग्स में कफ में चिपके नैनो कण बाहर आएंगे. 

Cold and Cough: गले में दर्द और कफ शर्तिया नहीं होगी पूरी सर्दी, बस आज से ही चबाना शुरू कर दें मुलेठी

गुनगुना पानी गले के संक्रमण से बचाएगा.
बच्चों को सांस लेने में दिक्कत हो रही या बच्चे बहुत छोटे हैं तो उनके लिए नेबुलाइजर का प्रयोग करें. डॉक्टर की सलाह से आप इसमें दवाएं भी डाल सकते हैं. 

काढ़ा पीएं

जुकाम-खांसी और लगातार आने वाली छींक के लिए अदरक, तुलसी, जायफल, दालचीनी, तेजपत्ते और काली मिर्च का काढ़ा बना लें और इसे दिन में दो से तीन बार गुनगुना पीएं.

मुलेठी चबाएं
खांसी से राहत पाने के लिए आप मुलैठी की डंठल को चबाकर इसका रस चूसते रहें. 

TB Symptoms: लगातार खांसी और कफ टीबी का भी संकेत, कब करानी चाहिए इस बीमारी की जांच

सरसों के तेल में लहसुन और अजवाइन की मालिश
छाती में जकड़न से परेशानी हो रही तो आप सरसों के तेल में लहसुन और अजवाइन को पका कर छान लें और इसकी गुनगुनी मालिश छाती पर करें. 

पत्तों से सिकाई करें

पान या आक के पत्ते को तवे पर सेंक लें और छाती पर गाय का घी मलकर इन पत्तों से सिकाई करें. तुरंत जकड़न और कफ से आराम मिलेगा. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर

Delhi Ncr pollution danger effects pollution effects on children breathing problem