Dengue Fever: कितने दिन रहता है डेंगू? संक्रमण के समय से लेकर लक्षणों तक के बारे में जानें सबकुछ

नितिन शर्मा | Updated:Oct 05, 2023, 02:07 PM IST

डेंगू का बुखार बेहद खतरनाक होता है. यह व्यक्ति के शरीर को अंदर से कमजोर करने से लेकर मौत की वजह बन जाता है. यह तेजी से प्लेटलेट्स को डाउन कर देता है, जिसकी वजह से मरीज के शरीर में कमजोरी आने से लेकर मौत तक हो जाती है.

डीएनए हिंदी: दिल्ली एनसीआर समेत देश के दूसरे राज्यों में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. अस्पतालों में मरीजों की कतार लगी हुई हैं. मच्छरों की वजह से फैलने वाली यह बीमारी मानसून में जन्म लेती है और इसके कुछ दिन बाद ही खत्म हो जाती है, लेकिन इस बार डेंगू का प्रकोप मानसून जाने के बाद भी कम होने की जगह बढ़ रहा है. बहुत से लोगों डेंगू से पीड़ित होते ही प्लेटलेट्स तेजी से डाउन होने लगती है. ऐसे में सही डाइट, इलाज और डेंगू के प्रकार जानकर आप इसे जल्द क्योर किया जा सकता है. डेंगू से जल्द ही निपटा जा सकता है.

अगर आप भी डेंगू की चपेट में आ गए हैं या फिर परिवार का कोई अन्य सदस्य है तो इसे बचा जा सकता है. आइए जानते हैं डेंगू से जुड़े इसके लक्षण, बचाव और इलाज... 

डेंगू संक्रामक है

कुछ लोग मानते हैं कि डेंगू संक्रामक है. ऐसे में एक्सपर्ट्स बताते हैं कि डेंगू एडेनोस यानी डेंगी मच्छर के काटने से होता है. यह मच्छर बारिश से लेकर गंदे पानी में पनपते हैं. इसे होने वाला बुखार छूने या छींकने से नहीं फैलता, लेकिन सावधानी स्वरूप संक्रमित व्यक्ति से दूर रहना ही सही होता है. इसकी वजह सर्दी के दूसरे वायरल का होना है. 

ये हैं डेंगू के 5 लक्षण

डेंगू के मुख्य लक्षणों में लगातार तेज बुखार, गंभीर सिरदर्द, मतली, आंखों के पीछे दर्द होना शामिल है. यह लक्ष्ण मच्छर के काटने पर दिखाई देते हैं. इन लक्षणों के दिखने पर व्यक्ति को तुरंत डेंगू का टेस्ट कराना चाहिए. डेंगू में सामने आना वाले फ्लू और बुखार कम से कम 2 से 7 दिनों तक रहता है. हालांकि इसके लक्षण मच्छर काटने के 4 से 10 दिनों बाद सामने आते हैं. 

डेंगू के होते हैं तीन फेज

एक्सपर्ट्स की मानें तो डेंगू के तीन फेज होते हैं. इनमें सबसे पहला फेब्रिले फेज होता है, जिसमें अचानक से बुखार आना शुरू हो जाता है. यह दो से सात दिनों तक रहता है. वहीं दूसरा क्रिटिकल फेज होता है. यह बुखार के तीन से सात दिन बाद आता है. यह बहुत ही गंभीर होता है. इसमें तेज बुखार से लेकर ब्लड में आर्टरीज प्लाजमा लीक होकर लिवर और पेट पर चकते जम जाते हैं. इन्हें देखकर सदमा तक लग सकता है. तीसरा फेज है कांवलिसेंस फेज इसमें रिकवरी शुरू हो जाती है. व्यक्ति को आराम होने लगता है

डेंगू होने पर लें ऐसी डाइट

डेंगू होने पर डाइट में बदलाव जरूर करना चाहिए. इसमें हलका भोजना करने के साथ ही हरी सब्जी, इम्यूनिटी बूस्टर फूड्स, विटामिन सी, नारियल पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए. इसे​ रिकवरी तेज हो जाती है. डाइट में कीवी से लेकर संतरे जैसे फल या इनका जूस पीना भी लाभदायक होता है. 

इतना होना चाहिए प्लेटलेट्स 

डेंगू बुखार सबसे पहला अटैक प्लेटलेट्स पर करता है. नॉर्मज हमारे शरीर में खून के अंदर प्रति माइक्रोलीटर में करीब डेढ़ लाख से लेकर साढ़े चार लाख प्लेटलेट्स होती हैं, डेंगू का बुखार सबसे पहला अटैक खून में मौजूद प्लेटलेट्स पर ही करता है. इनके बेहद कम होने पर व्यक्ति की मौत तक हो जाती है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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