डीएनए हिंदीः लगातार हो रही तेज बारिश की वजह से दिल्ली समेत देश के कई अन्य जगहों पर बाढ़ का खतरा बना हुआ है. अगर बात करें दिल्ली की तो यहां यमुना नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि इसकी वजह से आसपास के इलाकों में पानी भर गया है. आसपास जलभराव के कारण मच्छर जनित बिमारियां भी तेजी से बढ़ रही हैं. यही वजह है कि पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में डेंगू (Dengue) के मामले बढ़े हैं. ऐसे में डेंगू जैसी गंभीर बीमारी स खुद को बचाए (Dengue Symptoms) रखना बहुत ही जरूरी है. बता दें की डेंगू दो तरह का होता है एक है क्लासिकल डेंगू बुखार, जिसे आम भाषा में लोग 'हड्डी तोड़' बुखार कहते हैं और दूसरा है डेंगू हेमरेजिक फीवर (डीएचएफ) जो जानलेवा है. आइए जानते हैं डेंगू के लक्षण और इससे बचने के उपाय...
क्या हैं डेंगू के शुरुआती लक्षण या संकेत
बता दें कि डेंगू एक वायरल बीमारी है, जो एडीज एजिप्टी नामक विशेष मच्छरों के काटने से फैलती है. इसके शुरुआती लक्षण मच्छर काटे जाने के 5-6 दिनों के बाद विकसित होते हैं...
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क्या है डेंगू का इलाज
बता दें कि डेंगू के लिए कोई एंटीवायरल उपचार उपलब्ध नहीं है और एंटीबायोटिक दवाओं की कोई भूमिका नहीं है. लेकिन, आमतौर पर डेंगू के उपचार में बुखार के लिए पेरासिटामोल, मतली के लिए एंटीएमेटिक की सलाह दी जाती है. इसके अलावा उपचार के साथ-साथ तरल पदार्थों के सेवन की सलाह दी जाती है.
डेंगू से ठीक होने में कितना समय लगता है
डेंगू में सबसे बड़ी और गंभीर समस्या होती है प्लेटेलट्स का गिरना. आमतौर पर डेंगू के अवधि दो से सात दिनों की होती है, लेकिन चौथा व पांचवा दिन काफी घातक होता है. क्योंकि इस दौरान प्लेटलेट काउंट गिर जाता है. ऐसे में आपको सावधानी बरतनी चाहिए. ऐसे में त्वचा पर तीसरे, चौथे या पांचवें दिन दाने निकलते हैं तो आपको अपना प्लेटलेट काउंट की जांच करानी चाहिए.
क्या है बचाव का तरीका
-डेंगू का मच्छर दिन के उजाले में काटते हैं. इसलिए दिन में मच्छरों के काटने से खुद को बचाएं
-बारिश के दिनों में फुल ड्रेस पहने ताकि हाथ-पैर ढके रहें. ऐसे में शरीर को कहीं से भी खुला नहीं छोड़ना है.
-इसके अलावा घर के आसपास या घर के अंदर पानी जमा न होने दें. कूलर, गमले, टायर इत्यादि में जमे पानी को तुरंत बहा दें और नियमित सफाई करें.
-इसके अलावा कूलर में यदि पानी है तो इसमें कैरोसिन तेल डालें जिससे कि मच्छर न पनप पाएं.
-रोजाना मच्छरदानी का उपयोग करें. इससे आपको मच्छर नहीं काटेंगे.
-पानी की टंकियों को सही तरीके से ढंकें और साफ सफाई का ध्यान रखें.
-हल्के लक्ष्ण नजर आते ही नजदीकी डॉक्टर की सलाह लें और खून में प्लेटलेट्स की जांच जरूर कराएं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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