डीएनए हिंदीः डेंगू से बचाव ही सबसे पहला तरीका है इस बीमारी से बचने का. लेकिन अगर कोई इसकी चपेट में आ जाए तो उसे क्या सावधानी बरतनी जरूरी है और कैसे इमरजेंसी में अस्पताल जाने से बचना है, ये जानना भी बेहद जरूरी है. यह एक वायरल संक्रमण है जो डेंगू वायरस (DENV) के कारण होता है.वायरस के फैलने के लिए मच्छर जिम्मेदार होते हैं और जिन जगहों पर पानी का जमाव होता है वहां इनके होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है.
डेंगू एक वायरल रोग, जो एडीज एजिप्टी मच्छर के संक्रामक काटने से फैलता है. डेंगू के अब तक तीन ही स्ट्रेन थे लेकिन इस बार डेंगू का चौथा स्ट्रेन DENV-4 भी आ चुका है. डेंगू भी दो तरह का होता है. डेंगू बुखार और डेंगू रक्तस्रावी बुखार (डीएचएफ). डेंगू बुखार एक गंभीर फ्लू जैसी बीमारी है, जबकि डीएचएफ बीमारी का अधिक गंभीर रूप है, जो मौत का कारण बन सकता है.
बता दें कि डेंगू अत्यधिक संक्रामक है और मच्छर के काटने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. एजिप्टी मच्छर छोटे काले रंग के मच्छर होते हैं जिनके पेट और पैरों पर सफेद धारियां होती हैं. इन्हें टाइगर मच्छर भी कहा जाता है. घरों के भीतर और आसपास जमा पानी में ये पनपते हैं और दिन के उजाले में सबसे ज्यादा सक्रिय होते हैं. बता दें कि ये रात में भी काट सकते हैं अगर बहुत लाइट्स जहां भी होती है. लेकिन आमतौर पर सुबह और देर दोपहर/शाम के समय काटता है.
इन लक्षणों पर रखें नजर
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अपनी सुरक्षा कैसे करें
डेंगू में क्या जरूर खाएं
इन उपायों और खूब आराम करने से आप डेंगू को आसानी से पस्त कर सकते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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