Diabetes Causes: मीठा खाने से ही नहीं ये भी हैं डायबिटीज होने की वजह, इन बातों का रखें विशेष ध्यान

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Mar 17, 2023, 08:12 AM IST

इंसुलिन गड़बड़ है तो इतनी बार डाइबिटीज का जांच कराना है जरूरी

डायबिटीज की बीमारी में सबसे पहले मीठा खाने पर रोक लगाई जाती है. कुछ लोग मीठा न खाने पर खुद को डायबिटीज से सुरक्षित मानते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. 

डीएनए हिंदी: डायबिटीज लाइलाज बीमारियों में से एक है. कभी अधिक उम्र में पाई जाने वाली ये बीमारी अब युवाओं को भी अपना​ शिकार बना रही है. इसकी मुख्य वजह खराब लाइफस्टाइल से लेकर खानपान और जागरूकता की कमी है. ज्यादातर लोग जानकारी के अभाव इस बीमारी की जद में आ जाते हैं. वहीं आज भी बहुत से लोगों को नहीं पता है कि डायबिटीज कैसे होता है. इससे कैसे बचा जा सकता है और इसे कैसे कंट्रोल कर सकते हैं. इसे सिर्फ मीठे से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन डायबिटीज सिर्फ मीठा खाने की वजह से ही नहीं होता. इसकी और भी वजह हैं. वहीं इसे​ बिना दवाई खानपान, व्यायाम और वर्कआउट से कंट्रोल भी किया जा सकता है. आइए जानते हैं डायबिटीज होने की वजह...  

डब्ल्यूएचओ की​ रिपोर्ट के अनुसार, देश में करीब 7.7 करोड़ लोग डायबिटीज से ग्रस्त है. इनमें से करीब आधे से भी ज्यादा लोगों को खुद के इस बीमारी के शिकार होने की जानकारी नहीं है. इस बीमारी के घातक होने के साथ ही डॉक्टर से परामर्श पर इसका पता लगता है. यही वजह है कि हर साल करीब 10 लाख लोगों की मौत डायबिटीज से हो जाती है. 

मीठे का नहीं होता ज्यादा महत्व

एक्सपर्ट्स के अनुसार,  डायबिटीज दो टाइप की होती है. इनमें से एक टाइप ए और दूसरा टाइप बी है. टाइप ए डायबिटीज तब होता है, जब तंत्र इंसुलिन पैदा करने वाली कोशिकाओं को नष्ट कर देता है. यह बहुत ही घातक होता है. वहीं टाइप टू डायबिटीज में शरीर इन्सुलिन पैदा करने में अक्षम हो जाता है. इन दोनों ही डायबिटीज का मीठा खाने से ज्यादा संबंध नहीं है. 

खराब खानपान और मोटापा है मुख्य वजह

डायबिटीज की मुख्य वजह खराब लाइफस्टाइल, खानपान और मोटापा है. मोटापे में सबसे ज्यादा भूमिका मीठे की होती है. यही वजह है कि इसे डायबिटीज से जोड़कर देखा जाता है. इन वजहों से डायबिटीज जैसी बीमारी घर कर जाती है, जिसके बाद शरीर में कई तरह की समस्या खड़ी हो जाती हैं. 

डायबिटीज से दूर रहने के लिए रखें इन बातों का ध्यान

डायबिटीज जैसी बीमारी से दूर रहने के लिए खानपान और दिनचर्या में बदलाव करें. पोषक तत्वों से भरपूर भोजन को प्राथमिकता दें. दिन की शुरुआत में व्यायाम और वर्कआउट जरूर करें. तले भूने अधिक मीठे से बचाव रखें. वजन को कंट्रोल करने की खास जरूरत है. यह कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ाता है. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.