भारत में डायबिटीज मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है. फिजिकल एक्टिविटी की कमी, खराब लाइफस्टाइल और गड़बड़ खानपान के कारण लोग डायबिटीज (Diabetes) जैसी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. डायबिटीज एक ऐसी समस्या है जिसका कोई सटीक इलाज नहीं है. इसे केवल लाइफस्टाइल और खानपान में सुधार कर कंट्रोल में रखा जा सकता है. डायबिटीज (Diabetes treatment) की वजह से सेहत से जुड़ी कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इतना ही नहीं, इसका बुरा असर आंखों पर भी देखने को मिलता है. इससे आंखों से जुड़ी कई गंभीर बीमारियों (Diabetes Effect On Eyes) का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं (Blood Sugar) डायबिटीज के कारण आंखों से जुड़ी किन समस्याओं का सामना करना पड़ (Diabetes Eye Disease) सकता है....
धुंधली नजर की समस्या (Diabetes Cause Blurry Vision)
आंखों से धुंधला दिखना डायबिटीज का एक प्रमुख लक्षण माना जाता है. ऐसी स्थिति में डायबिटीज का टेस्ट कराना जरूरी है. दरअसल शरीर में ब्लड शुगर बढ़ने के कारण शरीर की सभी छोटी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचता है और इसकी वजह से आंखों की रोशनी भी प्रभावित होती है. इसकी वजह से आंखों में सूजन, धुंधला दिखने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में आंखों की कमजोर नजर की समस्या से बचने के लिए आप अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने की कोशिश करें.
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डायबिटिक रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हाई ब्लड शुगर के कारण रेटिना को हुए नुकसान की वजह से डायबिटीज के मरीजों को डायबिटिक रेटिनोपैथी की समस्या होती है. बता दें कि इस समस्या में आंखों के रेटिना में लिक्विड जमा हो जाते हैं, जिसे मैक्यूलर एडिमा कहते हैं. इसके कारण धुंधली दृष्टि, सिरदर्द, मोतियाबिंद, अंधेरे में देखने में कठिनाई, परिधीय रंग और रंग की दृष्टि में कमी और ब्लीडिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
मोतियाबिंद (Diabetes Cause Cataracts)
डायबिटीज के कारण मोतियाबिंद की समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह समस्या ज्यादातर डायबिटीज से प्रभावित बुजुर्गों में देखी जाती है और लंबे समय से जो लोग डायबिटीज यानी ब्लड शुगर के अनियंत्रित होने की समस्या से पीड़ित हैं, उनमें मोतियाबिंद होने का खतरा अन्य लोगों की तुलना में 4 गुना अधिक होता है. बता दें कि ठीक तरह से ब्लड शुगर की मात्रा को मैनेज करने से मोतियाबिंद का खतरा कम होता है.
ग्लूकोमा की समस्या (Diabetes Cause Glaucoma)
बता दें कि डायबिटीज के मरीजों में आंख से जुड़ी गंभीर समस्या 'ग्लूकोमा' के होने की संभावना भी बनी रहती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस समस्या में आंख के अंदर मौजूद लिक्विड के बाहर न निकल पाने की वजह से दबाव बनता है, जो नसों और ब्लड सेल्स को नुकसान पहुंचाता है. चिंता की बात यह है कि डायबिटीज में मरीजों को बिना लक्षण वाला ग्लूकोमा भी हो सकता है, ऐसे में इस समस्या से ग्रसित मरीजों को सालाना अपनी आंखों की जांच जरूर करा लेनी चाहिए.
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आंखों का इंफेक्शन (Diabetes Cause Eye Infection)
इसके अलावा डायबिटीज की समस्या में आंखों पर पड़ने वाले प्रभावों की वजह से आंख में होने वाले इंफेक्शन का खतरा बना रहता है. इसकी वजह से आंखों की पलक, कॉर्निया में इंफेक्शन और कंजक्टिवाइटिस (लाल आंखें) होने की समस्या का खतरा लगातार बना रहता है. ऐसे में लक्षण दिखते ही इसका इलाज शुरू कर देना चाहिए.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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