Diabetes Patient: डायबिटीज में दवा का काम करते हैं ये 5 लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड्स, नियमित खाने पर कंट्रोल में रहेगा शुगर

Written By नितिन शर्मा | Updated: Jul 16, 2024, 11:23 AM IST

लंबे समय तक ब्लड शुगर का हाई लेवल व्यक्ति को डायबिटीज का शिकार बना देता है. यह बीमारी बेहद खतरनाक है. इसके मरीजों को खानपान से लेकर लाइफस्टाइल का बेहद खास ध्यान रखना पड़ता है. ऐसे में लो ग्लाइसेमिक फूड्स शुगर को कंट्रोल रखने में आपकी मदद कर सकते हैं.

Diabetes Patient For Low Glycemic Index Foods: डायबिटीज बेहद खतरनाक और लाइलाज बीमारियों में से एक है. इसके शरीर में घर जाने के बाद व्यक्ति को खानपान का बेहद खास ध्यान रखना पड़ता है. इसमें भी सबसे जरूरी डाइट में शुगर का कम से कम होना है. ऐसी  स्थिति में ग्लाइसेमिक इंडेक्स के स्केल (Low Glycemic Index Foods) का सहारा ले सकते है. यह सभी फूड्स में मौजूद कार्बोहाइड्रेट की संख्या 0 से 100 तक नापता है. ऐसे में इन फूड्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स जितना कम होता है, वह फूड्स डायबिटीज मरीजों के लिए उतने ही फायदेमंद होते हैं. यह शुगर को स्पाइक नहीं करते हैं. साथ ही बेहद पौष्टिक होते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स से लेकर डॉक्टर तक डायबिटीज मरीजों (Diabetes Patient) को लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड्स खाने की सलाह देते हैं. आइए जानते हैं कितना होता है लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स और कौन से हैं वो फूड्स, जो डायबिटीज मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होते हैं. 

0 से 100 में यह है लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स

किसी भी फल या सब्जियों में मौजूद मीठास से लेकर उसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट के आधार पर उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स निकाला जाता है. इसे 0 से 100 तक अंक दिया गये हैं. इनमें लो अंक 0 से 55 तक मौजूद हैं. 56 से 69 तक मीडियम ग्लाइसेमिक इंडेक्स और 70 से 100 तक वाले हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड कहलाते हैं, जिन्हें डायबिटीज मरीजों की डाइट से दूर रखा जाता है. वहीं डायबिटीज मरीजों के लिए 0 से 55 तक के लो ग्लाइसेमिक फूड्स को शामिल किया जाता है. यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करता है. साथ ही कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल को स्पाइक होने से रोकता है. खासकर डायबिटीक मरीजों को इसकी जानकारी जरूर होनी चाहिए, जिससे वे अपनी डाइट संतुलित और पौष्टिक बना सकेंगे. डायबिटीज मरीज इन फूड्स को डाइट में शामिल कर सकते हैं...

काबुली चना

डायबिटीज मरीजों के लिए चना भी किसी दवा से कम नहीं है. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic Index ) 28 है. काबुली चने में प्रोटीन से लेकर फाइबर, पोटैशियम, कैल्शिमय और विटामिंस भरपूर मात्रा में रखते हैं. यह ब्लड शुगर को स्पाइक होने से रोकते हैं. यह डायबिटीज मरीजों के लिए हेल्दी और लाभकारी फूड्स में माना जाता है. 

पालक

हरी सब्जियों में शामिल पालक सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित होता है. डायबिटीज मरीजों के लिए यह और भी साहयक है. पालक का ग्लाइसेमिक इंडेक्स स्कोर 15 होता है. यह कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर सब्जियों में से एक है. डायबिटीज मरीजों के लिए पालक का सेवन बेहद फायदेमंद होता है. यह ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है.

सेब भी है कारगर

सेब का ग्लाइसेमिक इंडेक्स सिर्फ 36 होता है. यह उन लोगों के लिए बेहतरीन विकल्प है, जो शुगर लेवल (Sugar Level) को कंट्रोल में रखता है. सेब में मौजूद पेक्टिन, फाइबर, शुगर के पाचन क्रिया को धीमा करता है. इससे शुगर स्पाइक नहीं होता है. 

अमरूद

सदाबाहार फलों में से एक अमरूद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 12 है. इसमें विटामिन सी से लेकर फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. यह इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं. साथ ही ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में मदद करता है.  

गाजर

डायबिटीज मरीजों के लिए बीटा कैरोटिन और विटामिन ए युक्त गाजर आंखों के लिए बेस्ट होती है. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 39 है. यह ब्लड शुगर को कंट्रोल में रहता है. डायबिटीज मरीजों को इसे डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए. यह काफी फायदेमंद साबित होता है. 

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

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