Male Fertility: खानपान से लेकर प्रदूषण पुरुषों की फर्टिलिटी को पहुंचा रहा नुकसान, जानें कैसे करें इसे बूस्ट

Written By नितिन शर्मा | Updated: Nov 21, 2024, 12:08 PM IST

पुरुषों में फर्टिलिटी डाउन होने की सबसे बड़ी वजह भरपूर मात्रा में फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा शामिल नहीं करना है. इसकी जगह पर जो भी व्यक्ति चीनी, ट्रांस वसा और तेलीय प्रदार्थों का ज्यादा सेवन करते हैं. यह उनकी फर्टिलिटी पावर को कम कर देता है.

पुरुषों की फर्टिलिटी पावर उनकी पूरे स्वास्थ्य से जुड़ी हुई है. इसमें उनका खानपान, लाइफस्टाइल से लेकर प्रदूषण तक व्यक्ति को बीमार कर देता है. यह शुक्राणु की गुणवत्ता और प्रजनन परिणामों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यह सीधा असर फर्टिलिटी पर डालते हैं. तनाव से लेकर उल्टा सीधा खानपान फर्टिलिटी डाउन करने में अहम भूमिका निभाते हैं. यही वजह है कि पुरुषों में नपुंसकता बढ़ती जा रही है. आइए जानते हैं इसे कैसे आप दूर कर सकते हैं. 

डाइट में शामिल करें ये फूड्स

एक्सपर्ट्स के अनुसार, विटामिन सी, ई, जिंक और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके शुक्राणु की संख्या को बढ़ाते हैं. वहीं पुरुषों में फर्टिलिटी डाउन होने की सबसे बड़ी वजह डाइट में भरपूर मात्रा में फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा शामिल नहीं करना है. इसकी जगह पर जो भी व्यक्ति चीनी, ट्रांस वसा और तेलीय प्रदार्थों का ज्यादा सेवन करते हैं. यह उनकी फर्टिलिटी पावर को कम कर देता है. 

वहीं नियमित रूप से व्यायाम पुरुष प्रजनन क्षमता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. नियमित शारीरिक गतिविधि बेहतर और ब्लड प्रेशर को सही रखता है. टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ाती है और समग्र स्वास्थ्य का समर्थन करती है. ये सभी शुक्राणु उत्पादन के लिए आवश्यक हैं. हालांकि, बहुत ज्यादा वर्कआउट से बचना चाहिए. क्योंकि ओवरट्रेनिंग से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है और शुक्राणु की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.


धूम्रपान से लेकर प्रदूषण तक कम कर रही फर्टिलिटी

धूम्रपान से लेकर बहुत ज्यादा शराब का सेवन और प्रदूषण भी फर्टिलिटी को प्रभावित करता है. खराब जीवनशैली की आदतें पुरुष प्रजनन क्षमता को नुकसान पहुंचाती हैं. धूम्रपान शुक्राणुओं की संख्या को कम करता है और डीएनए को नुकसान पहुंचाता है, जबकि शराब हार्मोनल बैलेंस को बिगाड़ देती है. पुरुषों को जननांग क्षेत्र में लंबे समय तक गर्मी के संपर्क में रहने से भी सावधान रहना चाहिए, जैसे घंटों लैपटॉप या गर्म पानी नहाने भी शुक्राणु उत्पादन खराब हो सकता है. 

तनाव भी पहुंचाता है नुकसान

मानसिक स्वास्थ्य प्रजनन क्षमता में एक और महत्वपूर्ण कारक है, जिसे अक्सर अनदेखा किया जाता है. तनाव कोर्टिसोल के लेवल को बढ़ा सकता है, जो बदले में टेस्टोस्टेरोन प्रॉडक्शन को कम कर देता है. इसकी वजह से ही शुक्राणुओं की संख्या प्रभावित होती है. 

ऐसे कर सकते हैं सुधार

स्वस्थ आदतें अपनाकर और जीवनशैली में लगातार बदलाव करके, पुरुष अपनी प्रजनन क्षमता और समग्र स्वास्थ्य में काफी सुधार कर सकते हैं. बैलेंस डाइट नियमित व्यायाम और अच्छे मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में सक्रिय कदम उठाने से प्रजनन क्षमता को अनुकूलित करने और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)

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