फिर लौटी खतरनाक 'गलाघोटू' Diphtheria बीमारी, खतरे की घंटी हैं बच्चों में दिखने वाले ये लक्षण, तुरंत कराएं जांच

Written By Abhay Sharma | Updated: Oct 17, 2024, 02:34 PM IST

Diphtheria Outbreak

Diphtheria Outbreak: भारत में गलाघोटू यानी डिप्थीरिया बीमारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. आइए जानते हैं क्या है ये गंभीर बीमारी और इसके लक्षण क्या दिखते हैं, ताकि समय रहते आप इसके लक्षणों की पहचान कर इलाज करा सकें...

भारत में डिप्थीरिया (Diphtheria) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. खबरों के मुताबिक 10 अक्टूबर तक उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के संभल जिले में डिप्थीरिया के 39 मरीज मिले, जिनमें से 8 की मौत हो चुकी है. वहीं खबरों की मानें तो संभल के जिला (Diphtheria Outbreak) अस्पताल में लाए गए 200 में से दो बच्चों में डिप्थीरिया के लक्षण मिले हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है. बता दें कि कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में इसके संक्रमण की खबरें आती रही हैं. यह बीमारी एक बार फिर तेजी से पैर (Diphtheria Outbreak In India) पसार रही है.... 

क्या है डिप्थीरिया या गलाघोटू रोग? (Diphtheria or Galaghontu)
बोलचाल की भाषा में डिप्थीरिया को गलाघोटू कहा जाता है, एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह एक गंभीर संक्रामक बीमारी है, ऐसी स्थिति में पीड़ितों को समय पर इलाज नहीं मिलने पर उनकी जान भी जा सकती है. डिप्थीरिया एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है और यह संक्रमण गले और नाक की भीतरी परत को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है. यह बीमारी खांसने और छींकने से या फिर किसी संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से फैल सकता है. 

ऐसी स्थिति में समय पर इलाज नहीं मिलने पर इसके खतरनाक टॉक्सिन्स मरीज की किडनी, लिवर और नर्वस सिस्टम को भी डैमेज कर सकते हैं. इतना ही नहीं इस बीमारी से मरीज का श्वसन तंत्र बुरी तरह प्रभावित होता है और कई मामलों में इसकी वजह से हार्ट अटैक का जोखिम भी बढ़ जाता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक गर्भवती महिलाओं और 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में इसका खतरा अधिक होता है, वहीं 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में भी यह विकसित हो सकता है. 

क्या दिखते हैं इसके लक्षण? 
एक्सपर्ट्स के मुताबिक ऐसी स्थिति में खांसी, बुखार, थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक डिप्थीरिया होने पर गले में मौजूद ग्लैंड्स में कई बार सूजन भी आ सकती है और इसके कारण गले में दर्द और निगलने में भी समस्या हो सकती है. इसके अलावा हार्ट और किडनी से जुड़ी समस्याएं होना भी डिप्थीरिया का संकेत हो सकता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस बीमारी के लक्षण सप्ताह भर बाद शुरू होते हैं और आमतौर पर डिप्थीरिया गले और सांस लेने के रास्ते को प्रभावित करता है. समय पर अगर बीमारी की पहचान ना हो तो 30 फीसदी मामलों में स्थिति गंभीर हो सकती है.   

 (Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

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