'Heteropaternal Superfecundation ' इन दो शब्दों ने इन दिनों देशभर में एक नई बहस छेड़ दी है. कई तरह के सवाल जवाब ढूंढे जा रहे हैं. इंटरनेट पर इसकी सर्च भी बहुत तेजी से बढ़ गई है. हर कोई इसके बारे में जितनी सूचना हो सके बस बटोरकर खुद को ज्ञानी बताने की कोशिश में जुटा है.
वैसे ये Heteropaternal Superfecundation की अचानक चर्चा बढ़ी विकी कौशल की आने वाली फिल्म 'बैड न्यूज' से.विक्की कौशल, एमी विर्क और तृप्ती डिमरी की ये फिल्म समाज और मेडिकल की दुनिया के ऐसे अनजाने अनछुए पहलू को उजागर कर रही है जिसने एक दबे कुचले सच को न केवल बाहर ला दिया है बल्कि बहस को जन्म दिया है.
डीएनए हिंदी हेटेरोपैटरनल सुपरफेकुंडेशन शब्द के साथ पहुंचा गायनोकोलॉजिस्ट राहुल मनचंदा के पास. पीएसआरआई के एंडोस्कोपी गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. राहुल ने बताया, 'हेटेरोपैटरनल सुपरफेकुंडेशन वो कंडीशन है जिसमें एक ही महिला के एक ही यूट्रस में दो बच्चे हों और वो दोनों अलग अलग पिता के हों.'
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क्या है Heteropaternal Superfecundation?
इसे और सिंपल करते हुए डॉ.मनचंदा बताते हैं कि जब महिला के पेट में जिस तरह से ट्विन बेबी होता है वैसे ही एक ही गर्भाशय में अलग अलग पिता से पल रहे अलग अलग बच्चों को Heteropaternal Superfecundation कहा जाता है. मेडिकल टर्म में बात करें तो यह थोड़ी दुर्लभ स्थिति है. ऐसी स्थिति में दोनों बच्चों का DNA अलग अलग होता है.
Heteropaternal Superfecundation जैसी स्थिति तब होती है, जब कोई महिला दो अलग-अलग पुरुषों से फर्टिलाइज होती है. आसान भाषा में कहें तो जब कोई महिला दो पुरुषों से शारीरिक संबंध बनाती है और एक ही समय पर दोनों से गर्भवती होती है.
ऐसा ही एक मामला साल 2022 में पुर्तगाल में सामने आया था जब 19 साल की महिला ने यह स्वीकार किया था, कि उसने कुछ ही समय के अंतराल पर दो अलग-अलग पुरुषों से शारीरिक संबंध बनाए थे.
उस महिला ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया, जिनके पिता अलग-अलग थे. जब यह खबर सामने आई तो एक सवाल सामने आया क्या ऐसा कैसे संभव है? मामला तब खुला जब इस महिला के साथी ने अपने बच्चे के जन्म के कुछ समय बाद डीएनए टेस्ट कराया. तो एक बच्चे का डीएनए दूसरे बच्चे का डीएनए से अलग निकला था. अब विकी कौशल की फिल्म बैड न्यूज इस पूरे मामले को नए कलेवर से सामने लाई है और देश में नई बहस को जन्म दिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुर्तगाल में सामने आया यह मामला दुनिया का 20वां ऐसा मामला था.
ये कैसे संभव है
हेटेरोपैटरनल सुपरफेकुंडेशन कैसे संभव है के जवाब में डॉ मनचंदा बताते हैं कि जब मेंस्ट्रुअल साइकिल के बीच वाले हिस्से में महिला को अंडा रिलीज होता है. उस दौरान अगर वह महिला बहुत ही कम समय में दो अलग अलग पुरुषों के साथ सेक्स करती है ये कंडीशन बन सकती है.
लेकिन यह बहुत कॉमन नहीं है.
कैसी होती है मेडिकल कंडीशन
डॉक्टर मनचंदा बताते हैं कि कोई अलग मेडिकल कंडीशन नहीं होती है. सारी चीजें वैसी ही होती हैं जैसी किसी एक महिला को एक आदमी से सेक्स के बाद ट्विन बच्चे होते हैं. सारी कंडीशन वैसी ही होती है कोई प्रॉब्लम नहीं होती है.
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जानवरों में कॉमन है
हालांकि ये मामले इंसानों में इतने कॉमन नहीं हैं जितने की कुत्ते, बिल्लियों और गायों में होते हैं. मेंचेस्टर मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी के रिसर्च सांइटिस्ट मिशेल कैरोल बताते हैं कि यह थोड़ा थोड़ा मैरी पॉपिंस जैसा है.
कैरोल बताते हैं. "बिल्लियों, कुत्तों और गायों में मादाएं कई बारसंभोग करती हैं और इससे उनके कई संतान पैदा करने की संभावना बढ़ जाती है. लेकिन मनुष्यों में प्रजनन इतनी जल्दी और तेजी से नहीं होता है इसे ऐसे भी समझा जा सकता है."
विक्की कौशल, एमी विर्क और तृप्ती डिमरी की फिल्म 'बैड न्यूज' ने समाज और मेडिकल की दुनिया के ऐसे अनजाने अनछुए पहलू को उजागर कर रही है जो एक बहस छेड़ने वाला है. हालांकि फिल्म के आने से पहले ही बहस तेज हो गई है.
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