Food Alert: मानसून में अगर खा ली ये 5 सब्जियां तो हॉस्पिटल के बेड पर खुलेगी आंख, बैक्टीरियल इंफेक्शन को न लें हल्के में

Written By ऋतु सिंह | Updated: Jul 03, 2024, 08:53 PM IST

मानसून के दौरान इन 5 सब्जियों से बचें

 

अभी बरसात का मौसम है और इस मौसम में खानपान अगर सही न हो तो कई बीमारियां हॉस्पिटल के चक्कर लगवा देती हैं. खासकर इस मौसम में 5 तरह की सब्जियों को बिलकुल भी खाना बंद कर दें.

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बीमारियों से बचे रहने के लिए आपको खूब फल और सब्जियां खानी चाहिए. लेकिन बारिश के मौसम में कुछ सब्जियां नहीं खानी चाहिए. इसका मुख्य कारण बैक्टीरिया के कारण संक्रमण का खतरा होता है. कुछ  सब्जियों में नमी की मौजूदगी के कारण बैक्टीरिया पनपने का खतरा होता है. कई में परजीवी बैक्टिरिया होते हैं क्योंकि इनके अंदर कीड़े होने की संभावना ज्यादा होती है जो नजर भी नहीं आते हैं.

ये सब्जिया बरसात में पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकती हैं. आइए जानें कि मानसून के मौसम में किन सब्जियों से बचना चाहिए.

हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ जैसे कि गोभी, पालक, विभिन्न प्रकार की हरी सब्ज़ियां और सलाद खाने से बचना चाहिए. मानसून के मौसम में उच्च आर्द्रता इन सब्ज़ियों को अत्यधिक नम बना देती है, जो बैक्टीरिया, कवक और रोगाणुओं के विकास को बढ़ावा देती है. इन दूषित सब्जियों के सेवन से पेट में संक्रमण और पाचन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं.

बरसात के मौसम में फूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रोकली और ब्रसेल्स स्प्राउट्स जैसी क्रूसिफेरस सब्जियों से दूर रहने की सलाह दी जाती है. अपने उच्च पोषण मूल्य के बावजूद, इन सब्जियों में नमी की अधिक मात्रा के कारण बैक्टीरिया की वृद्धि अधिक होती है.  

मानसून के मौसम में गाजर, शलजम, मूली और चुकंदर जैसी जड़ वाली सब्ज़ियां खाने से बचें. अगर आप इनका सेवन करते हैं, तो पहले इन्हें पानी से अच्छी तरह धो लें. इन्हें सलाद में कम मात्रा में खाना या सूप, सब्ज़ियों में डालकर या उबालकर अच्छी तरह पकाना सबसे अच्छा है. मानसून के दौरान, मिट्टी में नमी की मात्रा अधिक होने के कारण ये सब्ज़ियाँ ज़्यादा पानी सोख लेती हैं, जिससे इनके जल्दी सड़ने या खराब होने की संभावना बढ़ जाती है. इन्हें लंबे समय तक रेफ्रिजरेटर में रखने से बचें.

मशरूम एक लोकप्रिय सब्जी है जिसका आनंद बच्चे और वयस्क दोनों लेते हैं, लेकिन बाजार में इन्हें अक्सर डिब्बाबंद बेचा जाता है, जिसका मतलब है कि ये हमेशा ताजा नहीं हो सकते हैं. मानसून के मौसम में, मशरूम की खपत को काफी कम करने की सलाह दी जाती है. उच्च नमी और आर्द्रता मशरूम में फफूंद और बैक्टीरिया के तेजी से बढ़ने का कारण बन सकती है. यह विशेष रूप से कमजोर प्रतिरक्षा या पाचन विकारों वाले व्यक्तियों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि मशरूम को पचाना मुश्किल हो सकता है.

बैंगन में भी कीड़े काफी होते हैं और इसे भी बरसात में खाने से बचें.

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.