डीएनए हिंदीः अगर आपकी आंखों में बार-बार खुजली हो रही और वह लाल हो रहीं तो इसे नजर अंदाज न करें. आंखों में जलन के साथ आंसू आना और गंभीर समस्या पैदा कर सकता है. बढ़ते पॉल्यूशन के कारण आंखों की समस्या तेजी से बच्चों में भी फैल रही है.
खराब गुणवत्ता वाली हवा में कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और मोटे धूल के कण केवल लंग्स को ही नहीं, आंखों को भी बुरी तरह से प्रभावित कर रहे हैं.
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प्रदूषण से आंखों को क्या-क्या हो सकता है नुकसान
इस प्रदूषण से लंग्स की वो हालत हो रही है जैसे एक दिन में 40 सिगरेट पीने पर होती है. हाल ये है कि हवा में मौजूद नैनों पार्टिकल्स गले और आंखों में इर्रिटेशन की वजह बन रहे हैं और बच्चों की नाजुक आंखें इन्हें बर्दाश्त नहीं कर पा रही हैं. जब वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर होता है तब हवा की मोटी परत यानी स्मॉग आंखों को बहुत नुकसान पहुंचाती इससे आंखों में एलर्जी हो रही है और जरा सी लापरवाही रेटिना और कॉर्निया को डैमेज कर सकती है.
इतना ही नहीं लगातार खुजली और इर्रिटेशन से आंखों की लेंस पर फर्क पड़ सकता है और उसमें खरोंच भी आ सकती है. खुजली करने से इंफेक्शन और बढ़ सकता है और खुजली से कॉर्निया को नुकसान हो सकता है.
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कैसे करें आंखों का बचाव
- सबसे पहले आंखों को प्रदूषण से बचांए. इसके लिए घर से बाहर कम निकलें और अगर जरूरी हो तो चश्मा जरूर लगाएं. हालांकि चश्मे से प्रोटेक्शन ना के बराबर ही होगा लेकिन सीधे धूल-कण आंखों में नहीं जाएंगे.
- आंखों को फिटकीरी या सादे पानी से धोते रहें.
- एक गिलास पानी में दो बूंद नींबू का रस मिलाकर इससे आंखों को धोएं
- आंखों को सूखने के बचाने के लिए आई ड्रॉप का प्रयोग करें.
- मोबाइल और कंप्यूटर कम से कम देखें क्योंकि इससे समस्या और बढ़ सकती है.
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- भाप लें इससे गंदगी बाहर आएगी.
- आंखों की जलन को शांत करने के लिए 20ः20 वाला फार्मूला अपनाएं. 20 मिनट काम और 20 मिनट आंखों को बंद कर आराम दें.
- जलन ज्यादा हो तो आंखों पर खीरे की स्लाइस या एलोवेरा रखें.
- अपने हाथों को बार.बार धोएं और अपनी आंखों को छूने से बचें.
- भरपूर संतुलित आहार का सेवन करेंए जो आंखों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होता है.
- अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में हरी पत्तेदार सब्जियांए गाजर, पालक, बादामए,अखरोट, जामुन और मछली शामिल करें.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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