किसी भी व्यक्ति पर उसके खानपान से लेकर दिनचर्या का असर सीधे शरीर पर पड़ता है. जैसा हम खाते हैं और दिनचर्या रखते हैं. वैसी ही हमारी सेहत और आदतें बनती है, जो शरीर को अच्छा और खराब यानी बीमारियों का घर बना सकती है. इसकी शुरुआत सुबह के नाश्ते से ही हो जाती है. सुबह का नाश्ता आपकी बॉडी से लेकर हार्ट पर असर डालता है. यह नाश्ता सही समय पर नहीं हुआ तो यह आपके दिल की धड़कनों को बढ़ा या घटा सकता है.यह आपकी जी स्लीपिंग साइकल को गड़बड़ा सकता है. इसका दावा हाल ही सामने आई एक रिसर्च में किया गया है, जिसमें बताया गया है कि कैसे गलत समय पर किया गया नाश्ता आपके दिल की बैंड बजा सकता है. वहीं नाश्ते का सही समय क्या है. आइए जानते हैं...
ब्रेकफास्ट को लेकर रिसर्च में किया गया ये दावा
नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर एग्रीकल्चर फूड एंड एनवायरमेंट ने कुछ समय पहले ही एक रिसर्च की है. इसमें उन्होंने दावा किया कि सुबह का नाश्ता आपकी ओवरहेल्थ को सही रखता है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर आपके दिल पर पड़ता है. सुबह 8 बजे तक किया जाने वाला ब्रेकफास्ट दिल को सेहतमंद बनाएं रखता है. इससे दिल की बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है. वहीं 9 या 10 बजे के बाद ब्रेकफास्ट करने से दिल की बीमारियों का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है.
रात के डिनर और ब्रेकफास्ट में इतने घंटे का हो गैप
रिसर्च के अनुसार, कुछ लोग सुबह नहीं उठ पाते हैं. उनका लाइफस्टाइल और खानपान का समय अलग अलग रहता है. ऐसे में रात का डिनर और सुबह के नाश्ते का समय फिक्स कर लें. इन दोनों में कम से कम 13 घंटे का गैप होना चाहिए. खाने के बीच इतना गैप होने से सेरेब्रोवास्कुलर बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है. अगर आप डिनर जल्द करते हैं तो सुबह के ब्रेकफास्ट के लिए अच्छा गैप मिलता है. वहीं डिनर में इससे कम गैप में किया गया ब्रेकफास्ट दिल पर बीमारियों के खतरे को बढ़ा देता है.
नाश्ते में देरी से स्लीपिंग साइकल भी होती है प्रभावित
रिसर्च में दावा किया गया है कि नाश्ते में देरी की वजह से व्यक्ति की स्लीपिंग साइकल भी प्रभावित होती है. इसका असर पूरी दिनचर्या पर पड़ता है. स्लीपिंग साइकिल का प्रभावित होना आपको ब्लड प्रेशर का शिकार बना देता है. इसका हाई या लो होना दिल संबंधित बीमारियों के खतरे को कई गुणा कर देता है. ऐसी स्थिति में हेल्दी ब्रेकफास्ट के साथ ही उसके समय का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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