डीएनए हिंदीः अगर अपने बढ़ते मोटापे और कमर पर चढ़ती चर्बी से परेशान हैं तो समझ लें कि आपकी आंतों पर विसरल फैट का जमाव बढ़ गया है. ये हिडन फैट के नाम से भी जाना जाता है. कमर पर चर्बी जब टमी पर टायर में बदलने लगे तो इसे बिलकुल भी नजरअंदाज न करें.
विसरल फैट न केवल मोटापे का बड़ा कारण है बल्कि इससे हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्राॅल, अल्जाइमर और स्ट्रोक तक का खतरा रहता है. बता दें कि आंत में जमी चर्बी इंसुलिन उत्पादन को भी प्रभावित करती है. इसके परिणामस्वरूप ग्लूकोज इनटॉलरेंस की समस्या होती है. इसलिए आंत की चर्बी से बचना है तो एक्सरसाइज के साथ अपनी डाइट में सुधार करें.
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छोले यानी काबुली चना खाने से घटेगी चर्बी
आहार में अधिक छोले जोड़ने से आंत की चर्बी काफी कम हो सकती है. ऐसा एक रिसर्च में सामने आया है. प्रोटीन से भरपूर और कम वसा होने के कारण ये आंत पर चमी वसा को कम करने में मददगार है.
द ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन की रिपोर्ट के मुताबिक आठ महीने तक छोले खाने से आंत से वसा छंट जाती है. छोले डिस्लिपिडेमिया को ठीक करने और मधुमेह को रोकने में भी फायदेमंद होते हैं. डिस्लिपिडेमिया खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल जैसे वसा के असंतुलन को सही करने का काम करता है.
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छोले में कैरोटीनॉयड और पॉलीफेनोल्स जैसे लाभकारी पदार्थ होते हैं. कैरोटीनॉयड वसा कोशिकाओं को बनाने वाले फैटी एसिड के टूटने को बढ़ावा देकर मोटापा कम करते हैं. वहीं, पॉलीफेनोल्स एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट जो शरीर के वजन को कम करने और संतुलित रखने में मदद करता है.
हेरिंगटन मेडिकल सेंटर की स्टडीज भी बताती है कि अगर आप रोज 130 ग्राम उबले या कच्चे छोले खाएं तो आपके खून से कोलेस्ट्राॅल तेजी से कम होने लगेगा. रिपोर्ट में बताया गया है कि रोज इतना छोले खाने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर में पांच प्रतिशत की कमी दर्ज की गई थी.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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