नसों में जमे Bad Cholesterol को बाहर निकालेंगे ये Seeds, एक्सपर्ट से समझें कब और कितना खाना है जरूरी

Written By ऋतु सिंह | Updated: Feb 10, 2024, 08:30 AM IST

Flax Seed Benefits

दिल को स्वस्थ रखने के लिए कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के स्तर को नियंत्रण में रखना बहुत जरूरी है.

आजकल खराब जीवनशैली (Bad Lifestyle) के कारण लोगों में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol ) बढ़ रहा है. कोलेस्ट्रॉल एक गंभीर समस्या बन गई है. शरीर में कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर आपको दिल के दौरे (Heart Attacks) और स्ट्रोक (Stroke) के खतरे में डाल सकता है. बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के कारण संबंधित व्यक्ति को कई तरह की समस्याएं या बीमारियाँ होने की संभावना रहती है.

दिल को स्वस्थ रखने के लिए कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित (Control Cholesterol Levels) रखना बहुत जरूरी है. अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए उचित और पौष्टिक आहार महत्वपूर्ण है. आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली में पौष्टिक भोजन ( Nutritious Food) की उपेक्षा होती है और इसका असर स्वास्थ्य पर पड़ता है.

शरीर में दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल होते हैं. एलडीएल (LDL) यानी कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन को खराब कोलेस्ट्रॉल माना जाता है. वहीं, एचडीएल (HDL) यानी हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन शरीर का अच्छा कोलेस्ट्रॉल है. कोलेस्ट्रॉल एक चिपचिपा, मोमी पदार्थ है; जो वसायुक्त भोजन के अधिक सेवन से रक्त वाहिकाओं में जमा हो जाता है.

हाई कोलेस्ट्रॉल के संभावित कारण

हाई कोलेस्ट्रॉल अधिक वजन होने, पर्याप्त व्यायाम न करने, वसायुक्त भोजन खाने, अस्वास्थ्यकर जीवनशैली और धूम्रपान या शराब पीने के कारण होता है. उच्च कोलेस्ट्रॉल रक्त वाहिकाओं में रुकावट पैदा कर सकता है.

कोलेस्ट्रॉल के लिए आयुर्वेदिक उपचार क्या हैं? 

विशेषज्ञों का कहना है, ''ख़राब कोलेस्ट्रॉल में अलसी के बीज (फ्लेक्स सीड्स) सुपरफूड हैं. अलसी के बीज लिगनेन का एक समृद्ध स्रोत हैं; जिससे कैंसर का खतरा कम हो सकता है और स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है. अलसी के बीज फाइबर से भरपूर होते हैं; जो पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है. लंबे समय तक इसका सेवन करना सुरक्षित है. आयुर्वेद में, अलसी के बीज को कोलेस्ट्रॉल कम करने में बहुत प्रभावी माना जाता है.

पोषण विशेषज्ञ कहते हैं, "प्रति दिन 1चम्मच या 5ग्राम से शुरुआत करें. अध्ययन के अनुसार, एक चम्मच (5ग्राम) पिसे हुए अलसी के बीज में प्रति दिन दो ग्राम फाइबर होता है. इसका लाभकारी प्रभाव देखा गया है. तो ये बीज रामबाण हो सकते हैं. अलसी के बीजों को कभी भी कच्चा न रखें. वह आगे कहती हैं, ''फाइटिक एसिड को नष्ट करने के लिए उन्हें हमेशा भूनें.'' उच्च रक्तचाप और वजन घटाने के लिए अलसी के बीज उपयोगी हो सकते हैं. साथ ही इसके सेवन से बीएमआई और पेट की चर्बी भी कम हो सकती है.

न्यूट्रीशन का खजाना है अलसी का बीज

अलसी के बीज प्रोटीन, फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं. इन बीजों को किसी भी भोजन में मिलाकर खाया जा सकता है. इन बीजों में विशेष रूप से थायमिन, विटामिन बी की मात्रा अधिक होती है, जो ऊर्जा चयापचय को बढ़ाने के साथ-साथ कोशिका कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. अलसी के बीज एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं. साथ ही गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है. यानी अलसी के बीज रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं.

खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में अलसी के बीज बहुत फायदेमंद होते हैं. फाइबर के अलावा, बीजों में निम्नलिखित घटक भी होते हैं; जो पित्त अम्लों को एक साथ बांधने का कार्य करते हैं; जिससे ख़राब कोलेस्ट्रॉल आसानी से कम होने लगता है. यह पाचन में भी सुधार लाता है. इसी तरह हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए आप कई तरह के फलों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए अपने आहार में हरी सब्जियां शामिल करें और नियमित व्यायाम करें.

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

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