Food Precautions During Pregnancy: प्रेग्‍नेंसी में ये चीजें खाने से बढ़ता है मिसकैरिज का खतरा

Written By ऋतु सिंह | Updated: Jul 07, 2022, 04:51 PM IST

मिसकैरिज का खतरा बढ़ा सकते हैं प्रेग्‍नेंसी में ये फूड 

प्रेग्‍नेंसी में खानपान को लेकर बेहद ; सतर्क रहने की जरूरत होती है. थोड़ी सी लापरवाही भी मां और गर्भ में पल रहे शिशु पर भारी पड़ सकती हैं. प्रेग्‍नेंसी के दौरान पूरे 9 महीने कुछ चीजें बिलकुल नहीं खानी चाहिए.

डीएनए हिंदी:  गर्भावस्‍था के शुरुआती तीन महीने सबसे ज्‍यादा मुश्किल भरे होते हैं. एक छोटी सी चूक भी मिसकैरिज का कारण बन सकती है. बैठने-उठने से लेकर चलने-सोने ही नहीं, खानपान पर भी विशेष ध्‍यान देना होता है. अगर खानपान में ऐसी चीजें ज्‍यादा ली जाएं जिनकी तासीर गर्म है तो मिसकैरिज का खतरा बढ़ सकता है.  

एक मां को कसीव करने के बाद पूरे 9 महीने अपने खानपान को लेकर सतर्क रहना चाहिए. कोई भी नई चीज खाने में न तो ट्राई करें न ही बाहर खाना खाएं. क्‍योंकि इससे फूड एलर्जी का खतरा रहता है. गर्भवास्‍था के तीन महीने और आखिरी तीन महीने गर्भपात का खतरा ज्‍यादा होता है. यहां आपको उन चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो प्रेग्‍नेंसी में गर्भपात के खतरे को बढ़ाते हैं. 

यह भी पढ़ें: बंद नाक को खोलकर सर्दी-जुकाम से चुट‍कियों में राहत दिलाएंगे ये क्विक टिप्‍स 

एलोवेरा जूस
एलोवेरा जूस भले ही हेल्‍दी होता है, लेकिन प्रेग्‍नेंसी में इसे पीने से बचना चा‍हिए. इसे पीने से पेल्विक हिस्‍से से ब्‍लीडिंग का खतरा होता है. इसलिए इसे पीने से बचें. कई बार कच्‍ची चीजें फूड प्‍वाइजनिंग क भी खतरा होता है. 

पपीता
गर्भपात का एक बड़ा कारण  पपीता भी होता है. पपीता और पपीते के बीज भी प्रेग्‍नेंसी में खाने से बचना चाहिए. इससे मिसकैरिजा खतरा होता है.  पपीता में मौजूद एंजाइम्‍स  गर्भाशय में संकुचन पैदा करते हैं इससे गर्भपात हो सकता है. कई बार ऐंठन भी होती है. अधपका पपीता माइरिड एंजाइम और पस से युक्‍त होता है। इससे गर्भाशय में ऐंठन पैदा हो सकती है जो गर्भपात करवा सकती है.

कच्‍चा अंडा
कच्‍चा अंडा फूड प्‍वाइजनिंग का कारण बनता है. इससे भी मिसकैरिज हो सकता है. कई बार एग योक भी पचने में दिक्‍कत होती है तो प्रोटीन के लिए कच्‍चा अंडा खाने से बचें. 

अनानास
अनानास में ब्रोमलिन होता है जिससे पेट में संकुचन पैदा होता है. कई बार ये मिसकैरेज की बड़ी वजह बन सकता है.

यह भी पढ़ें: शंख बजाकर देखिए हर अंग पर दिखेगा जादुई असर, स्किन से लेकर लंग्‍स तक होगा हेल्‍दी

सहजन
सहजन बेहद ही सेहतमंद सब्‍जी होती है, लेकिन प्रेग्‍नेंसी में इसे खाना गर्भपात का खतरा पैदा करता है. सहजन में मौजूद एल्‍फा सिटोस्‍टेरोल होता है जो गर्भस्‍थ शिशु की जान ले सकता है.

तिल 
तिल बहुत ही गर्म होता है और इससे गर्भपात का खतरा पूरे 9 महीने बना रह सकता है. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.