डीएनए हिंदी: ऐसा जरूरी रहीं कि जिसे मुहांसे होते हैं, उसे ही माथे या गाल पर दाने होते हैं. कई बार माथे पर दाने की समस्या एक अलग ही बीमारी का इशारा करते हैं. अगर आपके माथे पर आए दाने बढ़ते- बढ़ते गाल, हाथ और पीठ तक पहुंच रहे तो इसका मतलब है कि ये फंगल इफेक्शन है.
स्कैल्प पर होने वाले फंगल इंफेक्शन के कारण ही माथे से लेकर पीठ तक दाने आते हैं. यानी जहां-जहां तक आपके बाल टच होंगे दाने वहां-वहां तक बढ़ते जाएंगे. सिर में फंगल इंफेक्शन की वजह गंदगी होती है. असल में जब स्कैल्प के ऑयल ग्लैंड्स बहुत सक्रिय हों इससे समस्या बढ़ती है. धूल और पसीने के साथ मिलकर ये तेल बाल के जड़ों के अंदर तक पहुंचकर पोर्स को ब्लॉक कर देते हैं. इससे बालों में फंगस या दाने बनने लगते हैं.
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बालों में होने वाले फंगल इंफेक्शन के लक्षण
- बालों तेज से झड़ना
- सिर पर परतदार डेंड्रफ
- दाने बनना और इसमें तीव्र खुजली या जलन महससू होना
- पसीने के बाद खुजली होना
- सिर से बाल पैच की तरह से झड़ते जाना
- सिर में लाल दाने बनना और वहां से बाल गायब होते जाना
- बाल में बहुत ज्यादा तेल महसूस होना
स्कैल्प पर फंगल इंफेक्शन कैसे ठीक करें
स्कैल्प पर फंगल इंफेक्शन हो तो उसे बिलकुल भी इग्नोर न करें क्योंकि ये आपके गंजपेन की वजह बन सकता है. डॉक्टर से मिलकर आप एंटी फंंगल दवा लें और बिटाडिन लोशन बालों में लगाएं. मेडीकेटेड शैंपू (Ketaconozole) का प्रयोग करें. साथ ही बालों को हर दिन शैंपू से धोएं. पसीना होते ही बालों को साफ करें. बाल बांध कर रखें ताकि चेहरे पर या शरीर में अन्य जगह दाने न आएं.
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फंगल इंफेक्शन के लिए घरेलू उपचार
- बालों पर आप विनेगर लगाएं. ये स्कैल्प का पीएच लेवल भी सही करेगा और फंगल इंफेक्शन भी दूर होगा. इसके लिए आप पानी और व्हाइट विनेगर को समान मात्रा में मिलकर कॉटन की मदद से स्कैल्प पर लगाएं.
- बालों में खट्टी दही लगाएं. इससे भी इंफेक्शन दूर होगा. चाहें तो नींबू का रस भी लगा सकते हैं.
- बालों में तेल न लगाएं या जरूरी हो तो तेल लगाने के बाद आधे घंटे में ही बाल धो लें.
- धूल और गंदगी के साथ बाल को नमी से बचाएं क्योंकि नमी से समस्या बढ़ेगी.
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