Uric Acid Remedy: इन हरी पत्तियों से बनी चटनी जोड़-जोड़ से यूरिक एसिड छान देगी, पाउडर बन जाएगा प्यूरीन क्रिस्टल

Written By ऋतु सिंह | Updated: Oct 15, 2024, 08:39 AM IST

यूरिक एसिड की दवा है ये चटपटी चटनी 

फास्ट फूड रोज करना या कभी खाना न करना और तैलीय या मसालेदार खाना खाने से लेकर नींद की कमी तक यूरिक एसिड को बढ़ाती है. यूरिक एसिड के कारण गठिया, जोड़ों का दर्द, हाथ-पैरों में झुनझुनी. किडनी स्टोन आदि की समस्या होती है.

जोड़ों में जमा यूरिक एसिड कोई बीमारी नहीं बल्कि शरीर की नसों में पाया जाने वाला एक पदार्थ है. प्यूरीन हड्डियों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है. इससे हड्डियों के बीच दूरी बढ़ना, जोड़ों में दर्द, हड्डियों का कमजोर होना जैसी कई परेशानियां महसूस होती हैं. साथ ही शरीर में प्यूरिन का स्तर बढ़ने के बाद किडनी पर भी बुरा असर पड़ने की आशंका रहती है. तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि शरीर में यूरिक एसिड को कम करने के लिए किन पत्ते और हर्ब्स की चटनी खाएं, आइए जानें.  

यूरिक एसिड से छुटकारा पाने के लिए करें पुदीने की पत्तियों का सेवन:

पुदीने की पत्तियां शरीर को ठंडक पहुंचाने का काम करती हैं. पुदीने की पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल गुण होते हैं. गर्मी के दिनों में शरीर में बढ़ने वाली गर्मी को कम करने के लिए पुदीने की पत्तियों का सेवन किया जाता है. साथ ही पुदीने की पत्तियों के सेवन से गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है. तो आप सुबह उठकर या अन्य समय पुदीने की पत्ती का जूस या शरबत पी सकते हैं.
 
पुदीने की पत्तियों का इस तरह क्यों करें इस्तेमाल:
यूरिक एसिड लेवल को कम करने के लिए आप पुदीने की पत्तियों की चटनी बनाकर खा सकते हैं. आसान तरीके से तैयार करें लहसुन और पुदीने की पत्तियों की चटनी. पुदीने की पत्तियां प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन सी, कैल्शियम, फास्फोरस और पोटेशियम से भरपूर होती हैं. तो आप पुदीना और लहसुन की चटनी को अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं. इससे आपका शरीर स्वस्थ और समृद्ध रहेगा.
 
पुदीने की पत्तियों के फायदे:
पुदीने की पत्तियां हर मौसम में बाजार में उपलब्ध होती हैं. शरीर को डिटॉक्स करने के लिए आप पुदीने की पत्तियों का भी सेवन कर सकते हैं. पुदीना में सूजन रोधी गुण होते हैं. यूरिक एसिड के कारण होने वाले गठिया के दर्द को कम करने के लिए पुदीने की पत्तियों का सेवन करना चाहिए. प्राकृतिक खाद्य पदार्थों के सेवन से जोड़ों में यूरिक एसिड को कम किया जा सकता है.

मोरिंगा पत्तिया अदरक और लहसुन यूरिक एसिड में कैसे फायदेमंद है

मोरिंगा, अदरक और लहसुन यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मददगार हो सकते हैं. यहां कुछ तरीके हैं जिनसे ये तीनों यूरिक एसिड के लिए फायदेमंद हो सकते हैं:

मोरिंगा:

1. एंटी इंफ्लेमेटरी गुण: मोरिंगा में सूजन रोधी गुण होते हैं, जो गाउट और यूरिक एसिड से जुड़ी सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.
2. एंटीऑक्सीडेंट: मोरिंगा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकते हैं और यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं.
3. यूरिक एसिड कम करना: मोरिंगा के पत्तों में यूरिक एसिड कम करने वाले गुण होते हैं, जो गाउट और यूरिक एसिड के इलाज में मदद कर सकते हैं.

अदरक:

1. एंटी इंफ्लेमेटरी गुण: अदरक में विरोधी भड़काऊ गुण होते हैं, जो गाउट और यूरिक एसिड से जुड़ी सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.
2. एंटीऑक्सीडेंट: अदरक में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकते हैं और यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं.
3. रक्त शुद्धि: अदरक रक्त को शुद्ध करने में मदद कर सकता है, जिससे यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है.

लहसुन:

1. एंटी इंफ्लेमेटरी गुण: : लहसुन में विरोधी भड़काऊ गुण होते हैं, जो गाउट और यूरिक एसिड से जुड़ी सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.
2. एंटीऑक्सीडेंट: लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकते हैं और यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं.
3. रक्त शुद्धि: लहसुन रक्त को शुद्ध करने में मदद कर सकता है, जिससे यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है.

इन तीनों को एक साथ मिलाकर उपयोग करने से यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है, लेकिन इसके लिए डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

ख़बरों जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.