Cholesterol Control Tips: खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए खाएं ये हरी चटनी, धमनियां होंगी साफ

Written By ऋतु सिंह | Updated: Jun 22, 2024, 07:48 AM IST

कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली हरी चटनी

How to educe bad cholesterol: डायबिटीज की तरह ही एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना कई तरह की शारीरिक दिक्कतों का कारण बनता है. एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना हार्ट अटैक और स्ट्रोक का कारण बन सकता है. लेकिन एक हरी चटनी आपकी आर्टरीज को खोलने में मददगार हो सकती हैं.

खराब जीवनशैली और खराब खान-पान के कारण आजकल कम उम्र में भी दिल के दौरे की घटनाएं बढ़ रही हैं. शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग का प्रमुख कारण है. शरीर की रक्त वाहिकाओं में लगातार एक गाढ़ा, मोम जैसा पदार्थ उत्पन्न होता रहता है, जो रक्त वाहिकाओं के लिए चिकनाई का काम करता है. इसे ही हम कोलेस्ट्रॉल कहते हैं, लेकिन अगर यही कोलेस्ट्रॉल अधिक मात्रा में जमा होने लगे तो रक्त की आपूर्ति को अवरुद्ध करने लगता है, जिससे दिल का दौरा पड़ने में देर नहीं लगती.

तो फिर आपको अपने शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित (How to control cholesterol) करने की जरूरत है. कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में एक हरी चटनी बहुत ही फायदेमंद होती है. आज हम आपको ऐसी हरी चटनी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालती है और आपकी धमनियों को साफ करती है.

वसा से जाम नसों को ये 5 चीजें खोल देंगी,  गंदा कोलेस्ट्रॉल पानी बन कर शरीर से निकलेगा

तैयार करें ये चटनी 

इस चटनी को बनाने के लिए 20 ग्राम लहसुन, 20 ग्राम पुदीना, 15 ग्राम इसबगोल, 10 मिली नींबू का रस, 50 ग्राम धनिया (धनिया), 1 हरी मिर्च, थोड़ा सा नमक, 15 ग्राम लें. अलसी का तेल और थोड़ा पानी. ये सभी बातें ऊपर से शेयर करें. अगर आपके पास इसके लिए समय नहीं है तो आप इन सभी चीजों को ब्लेंडर में डालकर पतला पेस्ट यानी कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल चटनी बना सकते हैं. 

इन पत्तियों में क्लोरोफिल पाया जाता है

डॉक्टरों के अनुसार, धनिया और पुदीने की हरी पत्तियों में क्लोरोफिल होते हैं, जो शरीर के पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करते हैं. इसमें मौजूद प्रोटीन की प्रचुर मात्रा खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करती है. यह स्वचालित रूप से हृदय रोग के खतरे को कम करता है. इसका नियमित सेवन करने से शरीर फिट और स्वस्थ रहता है. 

इसबगोल और जवास के फायदे  

इस चटनी में इसबगोल (isabgol ke fayde in cholesterrol) और अलसी के बीज (flaxseeds ke fayde) मिलाना शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है. खासतौर पर डायबिटीज के मरीजों के लिए यह रामबाण की तरह काम करता है. इससे शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स और कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रण में आने लगता है. इससे शरीर में रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ने लगती है. 

बैड कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज में अमृत है ये जलेबी, हड्डियों के लिए भी है वरदान

कोलेस्ट्रॉल कितने प्रकार के होते हैं? 

कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार के होते हैं. उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन को एचडीएल या अच्छा कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है. कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन को एलडीएल या खराब कोलेस्ट्रॉल के रूप में भी जाना जाता है. 

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से