हाल ही में गुरुग्राम का ला फॉरेस्टा कैफे अपनी ड्राई आइस को लेकर चर्चा में रहा है. दरअसल, ऐसा यहां के एक वेटर की वजह से हुआ, जिसने डिनर के लिए आए 5 लोगों के ग्रुप को माउथ फ्रेशनर के तौर पर सूखी बर्फ परोस दी. जैसे ही वो लोग इसे खाते हैं उनके मुंह में जलन होने लगती है और खून निकलने लगता है.
ऐसे में लोग कैफे की खाद्य सुरक्षा पर सवाल उठाने के अलावा यह भी सवाल कर रहे हैं कि सूखी बर्फ क्या है. सूखी बर्फ क्या है? ऐसे में अगर आप भी जवाब ढूंढ रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए है.
सूखी बर्फ क्या है?
जैसा कि नाम से पता चलता है सूखी बर्फ सूखी होती है. यह कार्बन डाइऑक्साइड का ठोस रूप है. यह सामान्य बर्फ से अधिक और अधिक समय तक ठंडा रह सकता है. इसकी खासियत यह है कि इसे पानी से तैयार नहीं किया जाता है. ऐसी अवस्था में जब यह पिघलता है तो पानी की जगह धुआं निकलता है.
सूखी बर्फ का उपयोग किस लिए किया जाता है?
सूखी बर्फ का उपयोग कार्बोनेटेड पेय पदार्थों को फ्लैश-फ्रीज़ करने, आइसक्रीम बनाने, शिपिंग के दौरान दवाओं को स्टोर करने, पार्टियों और शादियों में विशेष प्रभावों के लिए और एयरलाइन खानपान में भोजन को ताज़ा रखने के लिए किया जाता है.
क्या आप सूखी बर्फ खा सकते हैं?
एफएसएसएआई, सीडीसी, एफडीए जैसी संस्थाओं के मुताबिक सूखी बर्फ का सेवन कभी नहीं करना चाहिए. क्योंकि इसे छूने या निगलने पर त्वचा और आंतरिक अंगों को गंभीर नुकसान हो सकता है. इतना ही नहीं, जब इसे बंद स्थानों में उपयोग किया जाता है, तो इससे श्वसन संकट (हाइपरकेनिया) का खतरा होता है, जिससे मृत्यु भी हो सकती है. इसलिए इसका उपयोग केवल अच्छी तरह हवादार क्षेत्रों में ही किया जाना चाहिए.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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