Influenza-A के संक्रमण से बढ़ रहा बुखार-खांसी का खतरा, जान लें लक्षण से लेकर बचाव तक के बारे में सबकुछ

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Mar 06, 2023, 10:26 AM IST

बदलते मौसम के साथ ही खांसी जुकाम और बुखार के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है. इसकी एक वजह मौसम के तापमान में लगातार बदलाव और एच3एन2 वायरस का प्रकोप है

डीएनए हिंदी: मौसम में बदलाव के साथ दिल्ली एनसीआर से लेकर देश के दूसरे हिस्सों में लोग खांसी जुकाम और बुखार के शिकार हो रहे हैं. इनमें खांसी इतनी ज्यादा है कि कई दिनों तक नहीं जा रही है. इसकी वजह इन्फ्लूएंजा ए के एच3एन2 वायरस (H3N2 Virus) का तेजी से फैलना है. यह वायरस बहुत ही घातक है, लेकिन जानलेवा नहीं है. इसका असर काफी दिनों तक रह सकता है. देश के कई हिस्सों में करोड़ों लोग खांसी जुकाम से परेशान है. 

इसी को देखते हुए आईसीएमआर (ICMR) ने भी इसका संज्ञान लिया. इसके अनुसार, 15 दिसंबर के बाद से ही एच3एन2 वायरस के संक्रमण के फैलने में तेजी आई है. इस वायरस से संक्रमित लोग खांसी और जुकाम के न जाने से अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. इसके लक्षण कोरोना वायरस की तरह हैं, जो 2 से 3 सप्ताह तक रह सकते हैं, लेकिन ये जानलेवा कताई नहीं है. 

Blood Sugar Level: उम्र के हिसाब से बढ़ता-घटता है Blood Sugar, जानें किस Age में कितनी होनी चाहिए इसकी रेंज

हर बार मौसम में बदलाव पर होती है दिक्कत

डॉक्टर्स की मानें तो मौसम में बदलाव के समय ऐसी दिक्कतों का बढ़ना लाजमी है. हाल ही में मौसम में हुए बदलाव के बाद ही खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों में तेजी से इजाफा हुआ है. लेकिन नॉर्मल और एच3एन2 वायरस के लक्षण में काफी फर्क है, जिसे समझना जरूरी है. 

Hair Care Tips: डैंड्रफ से हैं परेशान तो इन 5 बातों को रखें ध्यान, हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी ये समस्या

ये हैं एच3एन2 वायरस के लक्षण 

आईसीएमआर द्वारा जारी आंकड़ों की मानें ​तो पिछले महीनों में एच3एन2 वायरस की चपेट में आने वालों की मरीजों में 92 प्रतिशत बुखार, 86 प्रतिशत को खांसी और 16 को घरघराहट और 16 प्रतिशत को निमोनिया था. कमजोर इम्यूनिटी और सीवियर रेस्पिरेटरी इंफेक्शन से पीड़ित करीब 10 प्रतिशत रोगियों को ऑक्सीजन की दिक्कत हुई. 

ऐसे करें इस वायरस का बचाव

आईसीएमआर ने इस वायरस के कुछ तरीके सुझाए हैं. इन्हें फॉलो कर आप एच3एन2 वायरस की चपेट में आने से बच सकते हैं. 

-हाथों को अच्छे से साबुन लगाकर धोएं
-ना और आंखों को बार बार छूने से बचें
-घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाना ज्यादा फायदेमंद है
-छींकते या खांसते समय मुंह पर और नाक को कवर कर लें
-बॉडी पेन या बुखार होने पर पेरासिटामोल लें 
-तरल पदार्थों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें

Adenovirus: कितना खतरनाक है पश्चिम बंगाल में फैला एडेनोवायरस संक्रमण, जानें इसके लक्षण-बचाव और इलाज

इन चीजों को न करें नजरअंदाज

आईसीएमआर के अनुसार, एच3एन2 वायरस की चपेट में आने वालों को हाई फीवर हो सकता है. इसमें ठंड और कंपकपी छुटती है. तेज बुखा आता है. इसके जाने के बाद लगातार खांसी रह सकती है. यह खांसी आम नहीं है, यह कई दिनों तक परेशान कर सकती है. इसमें खरास से लेकर आवाज में भी खरखराहट हो सकती है. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.