Hard Health Facts : तेज़ गर्म चाय दे सकती है इस अंग का कैंसर, जानें क्‍या होना चाहिए खाने का सही तापमान

Written By ऋतु सिंह | Updated: Jul 15, 2022, 11:29 AM IST

गर्म चीजें खाने-पीने के हैं शौकीन तो खुद दे रहे हैं कैंसर को दावत 

पैन से उबलती हुई चाय कप में आते पीने की आदत है या जरा सा ठंडा खाना आपके गले के नीचे नहीं उतरता तो आप खुद को कैंसर की जद में ढकेलने का काम कर रहे हैं. तेज गर्म चाय या खाना सेल्‍स को डैमेज ही नहीं करता, बल्‍क‍ि इससे कैंसर का खतरा भी बढ़ता है.

डीएनए हिंदी: खाना गर्म खाना चाहि‍ए लेकिन कितना ये बहुत से लोगों को पता नहीं होता. कई बार लोगों को गर्म चीजें ही पसंद होती हैं लेकिन गर्म खाने पीने का शौक शरीर के लिए सही नहीं होता है, क्‍योंकि कई बार गर्म खाने से भी कैंसर होता है. बता दें कि ज्यादा गर्म चाय या कॉफी पीने से एसोफैगल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. 

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इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर की एक स्‍टडी में ये बात सामने आई है कि जो लोग रोज 75 डिग्री सेल्सियस या इससे भी अधिक तापमान वाली चीजों को खाते या पीते हैं उनमें एसोफैगल कैंसर होने का खतरा दोगुना होता है. 40 से 75 साल के करीब 50,045 लोगों पर हुए शोध में यह बात सामने आई कि अगर आप 75 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान वाला खाना खाते हैं तो आपमे कैंसर की संभावना 90 प्रतिशत तक होगी.

स्टडी में पाया गया कि जो लोग रोज 700 एमएल तेज गर्म चाय या कॉफी ले रहे थे उनमें एसोफैगल कैंसर होने का खतरा 90 फीसदी तक बढ़ गया था. सिर्फ चाय ही नहीं, किसी भी तरह की अन्‍य गर्म चीज अगर निर्धारित तापमान से अधिक गर्म है शोधकर्ताओं की टीम ने चाय के अलावा गर्म कॉफी, हॉट चॉकलेट और दूसरी गर्म चीजों के सेवन को भी नुकसानदायक बताया है.

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क्‍या है एसोफैगल कैंसर
एसोफैगल कैंसर यानी फूड पाइप में होने वाला कैंसर. जब भी आप खाना नगलते हैं तो फूड पाप की दीवारे इस खाने को नीचे की ओर ले जाती हैं. जब इसमें कैंसर होता है तो एसोफैगल कैंसर (esophageal cancer) कहा जाता है. एसोफेजेल कैंसर तब होता है जब एसोफेजेल ऊतक में असामान्य कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं.
 

जानिए कितनी गर्म चाय या खान रहेगा सही

अगर आप एसोफैगल कैंसर से सुरक्षित रहना चाहते हैं तो चाय कम में आने के कम से कम 3 मिनट का इंतजार करें और तब इसे पीएं.
 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 


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