Good Cholesterol For Pregnant Women: खराब लाइफस्टाइल और खानपान व्यक्ति को बीमारियों का शिकार बना रहा है. ज्यादातर युवा दिल की बीमारियों से मौत के मुंह में जा रहे हैं. इसकी वजह कोलेस्ट्रॉल है. कोलेस्ट्रॉल दो तरह के होते हैं. इनमें एक गुड कोलेस्ट्रॉल यानी HDL (High density lipoprotein) और दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल LDL Cholesterol है. शरीर में इसकी अधिकत्ता हमारे ब्लड वेसल्स को बंद कर देती है, जिससे हार्ट की समस्याएं उत्पन्न होती है.
कोलेस्ट्रॉल हर तरह से शरीर को नुकसान ही पहुंचाएं, ऐसा हम बिल्कुल भी नहीं है. क्योंकि कई मामलों में यह हमारे शरीर और दिमाग के विकास के लिए बहुत जरुरी होता है. क्योंकि यह हमारे डाइट का एक अहम हिस्सा हैं. जिसके बिना हम अपने दैनिक कार्यों को करने में असमर्थ है. यह काम गुड कोलेस्ट्रॉल करता है, जो शरीर के लिए लाभदायक साबित होता है. वहीं दूसरा एलडीएल है, जिसे हम बैड कोलेस्ट्रॉल कहते है. शरीर में LDL Cholesterol की अधिकत्ता हार्ट और स्ट्रॉक जैसी समस्या का कारण बनती हैं.
कोलेस्ट्रॉल का नाम सुनते ही, हार्ट से जुड़ी समस्याएं याद आने लगती है. लेकिन हाल ही में एक रिसर्च से आश्चर्यजनक बात सामने आई है, जिसे जानकर आपको हैरानी के साथ-साथ खुशी भी होगी. रिसर्च में कोलेस्ट्रॉल के संभावित फायदो के बारे में बताया गया हैं. कोलेस्ट्रॉल को cognitive functions और ब्रेन से जुड़ी समस्याओं में सुरक्षा की अहम भूमिका निभाता हैं. यह Brain cell membrane को बनाने और Brain cells को आपस में जोड़ने के लिए सबसे जरूरी न्यूरोट्रंसमीटर को बनाने के लिए आवश्यक हैं, कुछ जांचों के आधार पर यह परिणाम मिला कि उचित मात्रा में कोलेस्ट्रॉल को बनाए रखने से cognitive functions को बढ़ावा मिलता हैं. साथ में अल्जाइमर जैसी बीमारी न्यूरोडिजेनेरेटिव से भी बचा जा सकता हैं.
Pregnant women के लिए फायदेमंद
गुड कोलेस्ट्रॉल, प्रेग्नेंसी और बच्चे के 2 वर्ष तक की आयु के दौरान, महिलाओं के लिए बहुत जरूरी माना गया हैं. यह कोलेस्ट्रॉल भ्रूण के विकास में अहम भूमिका निभाता है. हर मां अपनी संतान को कोलेस्ट्रॉल युक्त स्तन का दूध पिलाती है, जिससे उनके शारीरिक विकास के साथ-साथ उन्हें बीमारियों से भी बचाया जा सके. दिमाग के विकास के लिए उचित मात्रा में न्यूट्रिशन (Nutrition) भी मिलें.
शारीरिक और मानसिक विकास में Cholesterol की भूमिका
कोलेस्ट्रॉल कुछ विषयों में शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक आदि का सूचक कहा जा सकता है, जैसे कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होना (Hyperlipidemia) और दूसरे स्वास्थ्य मामले या न्यूट्रिशन के विषय में कमियों से जुड़ा हो सकता है. कम कोलेस्ट्रॉल का होना भी स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक होता है, जिसके लिए डॉक्टर की सलाह की आवश्यकता पड़ जाती है, इसीलिए कोलेस्ट्रॉल का संतुलित होना बहुत जरूरी है ताकि शरीर के सभी हिस्सों का विकास हो सके.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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