डीएनए हिंदी: नींबू (Lemon) वैसे तो छोटा सा दिखता है लेकिन किचन में इसकी भूमिका सबसे अहम है. नींबू का उपयोग प्राचीन काल से किया जाता है. नींबू की उत्पत्ति एशिया में हुई थी और नींबू पानी का पहला उपयोग भारत के असम और चीन में किया गया था. अधिकतर लोग नींबू के रस को पानी में मिलाकर सेवन करते है. नींबू स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी है.
नींबू का इतिहास (Lemon History)
नींबू का सिर्फ रस ही नहीं बल्कि नींबू कई और जगह भी इस्तेमाल किया जाता है. वैज्ञानिकों के अनुसार नींबू का उपयोग बहुत पहले से औषधीय बनाने में किया जाता रहा है. नींबू में कई तरह के विटामिन और पोषक तत्वों के गुण पाये जाते हैं. जो शरीर की कई तरह की बीमारियों को दूर एव मोटापा कम करने में सहायता करते है. आइए नींबू के चमत्कारी गुणों के बारे में जानते हैं और कितनी तरह से इसका सेवन कर सकते हैं,इसपर भी चर्चा करते हैं.
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नींबू में क्या पाया जाता है (Vitamins and Minerals in Lemon in Hindi)
नीबू में Vitamin A, B, C भरपूर मात्रा में है. विटामिन ए अगर एक भाग है तो विटामिन बी दो भाग और विटामिन सी तीन भाग. इसमें -पोटेशियम, लोहा, सोडियम, मैगनेशियम, तांबा, फास्फोरस और क्लोरीन तत्त्व तो हैं ही, प्रोटीन, वसा और कार्बोज भी पर्याप्त मात्रा में हैं. यह सभी तत्व एक स्वस्थ्य शरीर के लिए फायदेमंद हैं
किस समय करें नींबू पानी का सेवन (What is the right time to drink Lemon Water)
वैसे तो नींबू पानी का सेवन दिन में 2 बार जरूर करना चाहिए, लेकिन अगर रोजाना सुबह खाली पेट इसका सेवन करेंगे तो इससे बहुत सारे फायदे मिल सकते हैं
नींबू पानी के फायदे (Benefits of Lemon Water)
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त्वचा के लिए फायदेमंद
नींबू पानी का सेवन त्वचा के लिए फायदेमंद साबित होता है.रोज सुबह नींबू पानी पीने से त्वचा में निखार आता है. इसके अलावा रोजाना नींबू पानी के सेवन से चेहरे को दाग धब्बों से मुक्ती पाकर झुर्रियों से भी छुटकारा पाया जा सकता है
इम्युनिटी बढ़ाने में हेल्पफुल
नींबू में विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है. इसके कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद मिलती है. रोज सुबह खाली पेट नींबू पानी पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।
लीवर के लिए लाभकारी
नींबू में प्राकृतिक क्लींजिंग के गुण मौजूद होते हैं, इसके अलावा नींबू के रस में साइट्रिक एसिड मौजूद होता है, जो एन्जाइम्स को सही तरीके से काम करने में मदद करता है. यही वजह है कि यह लीवर में मौजूद विषैले तत्वों को बाहर निकालने में भी मददगार है
पाचन क्रिया को ठीक रखने में मददगार
स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि गर्म पानी में नींबू मिलाकर पीने से मल त्याग करने में मदद मिलती है. इससे पाचन दुरुस्त रहता है, बेहतर पाचन शरीर को विषाक्त पदार्थों से दूर रखता है।
वजन कम होता है
अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो नींबू पाने बेहतर विकल्प है.क्योंकि गर्म नींबू पानी मेटाबॉलिज्म भी बढ़ाता है और फैट बर्न होता है, जिससे वजन नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
नींबू कई प्रकार के गुणों से भरा हुआ है और यह हमारे स्वास्थ्य के लिए अनेक प्रकार से लाभदायक भी हैं.लेकिन इसके लाभ लेने के लिए आपको नींबू पानी कब और कैसे पीएं इसके बारे में पता होना चाहिए. नींबू पानी को 'देशी कोल्ड ड्रिंक' कहा जा सकता है क्योंकि यह हमारे शरीर को ठंडक देता है. नींबू पानी पीने का चलन लोगों में काफी आम है क्योंकि यह न केवल पोषक तत्वों से भरपूर है, बल्कि बनाने में भी बहुत आसान है
नींबू पानी कब पीना चाहिए
वैसे तो दिन में कभी भी नींबू पानी पी सकते हैं। दिन में दो बार भी पी सकते हैं। जब कभी थकान लगे तो नींबू पानी से ताजगी मिलती है। लेकिन सुबह खाली पेट में पीने से ज्यादा फायदा मिलता है।
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नींबू पानी के नुकसान
नींबू के फायदों के बारे में आप जान चुके होंगे लेकिन नींबू के फायदों के साथ-साथ कुछ नुकसान भी होते हैं
- नींबू के रस का सेवन मात्रा से अधिक सेवन करने से पाचन तंत्र में बाधा उत्पन्न हो जाती है और इससे पेट खराब होने की संभावना हो जाती है
- नींबू का अत्यधिक सेवन करने से दांतो का क्षरण यानि दांतो की ऊपरी सतह कमजोर हो जाती है.नींबू का सेवन सही मात्रा में करना चाहिए
- मुंह में श्लेष्मा झिल्ली बहुत नाजुक होती है और अधिक नींबू पानी के सेवन से यह झिल्ली प्रभावित हो जाती है और मुंह में छाले हो जाते हैं
- नींबू का सेवन सही मात्रा में नहीं करने से सीने में जलन की समस्या उत्पन्न हो सकती है. नींबू में एसोफेगस एसिड पाया जाता है जो बहुत नुकसानदायक होता है
- नींबू का अत्यधिक सेवन करने से व्यक्ति को अस्थमा की समस्या और अस्थमा के लक्षणो को और बढ़ावा मिलने में मदद होता है
- माइग्रेन की बीमारी में नींबू का सेवन डॉक्टर की सलाह से ही केवल लें
- नींबू का अत्यधिक सेवन करने किडनी में यूरिन की मात्रा बढ़ती है इसलिए नींबू का उपयोग सही मात्रा में करें।
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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