हार्ट अटैक और कब्ज गूगल पर सर्च करने पर अमेरिकन सिंगर और एक्टर एल्विस प्रेस्ली का नाम इसलिए आता है क्योंकि उनकी मौत टायलेट में हार्ट अटैक से हुई थी. 1977 में रॉक 'एन' रोल के राजा के नाम से फेमस एल्विस कब्ज से पीड़ित थे और 47 साल की उम्र में टॉयलेट में पेट साफ करने के लिए जोर लगा रहे थे, तभी उनको हार्ट अटैक आ गया और उनकी मौत हो गई थी.
कई रिसर्च बताती है कि कब्ज और हार्ट अटैक के बीच गहरा संबंध है और एक ऑस्ट्रेलियाई अध्ययन में 60 साल से अधिक उम्र बाले करीब 540,000 से अधिक लोगों पर हुई ये स्टडी बताती है कि कब्ज के रोगियों में हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा सबसे ज्यादा होता है. इसकी तुलना में, उसी उम्र के मरीज़ जिन्हें कब्ज नहीं है उनमें इन बीमारियों का खतरा कम होता है.
ओपीडी क्लीनिकों में 9,00,000 से अधिक लोगों पर की गई स्टडी में ये पाया गया जो लोग भी कब्ज की समस्या से परेशान होते हैं उनमें दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. इन ऑस्ट्रेलियाई और डेनिश अध्ययनों में हाई ब्लड प्रेशर भी कब्ज से जुड़ा पाया गया है. टॉयलेट में जोर लगाने से अचानक से ब्लड प्रेशर हाई होता है और कई बार ये हार्ट फेल का कारण बन जाता है
कब्ज और दिल के दौरे के बीच क्या संबंध है?
कब्ज के कारण शौच करने में कठिनाई होना. मल के निकलने में बाधा उत्पन्न होती है. इसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है. बुजुर्ग लोग भी एथेरोस्क्लेरोसिस से पीड़ित होते हैं. ऐसे में ब्लड प्रेशर गड़बड़ा जाता है. लेकिन युवाओं में यह समस्या ज्यादा महसूस नहीं की जाती है. पुरानी कब्ज से पीड़ित कुछ लोगों में वेगस तंत्रिका की कार्यप्रणाली ख़राब हो सकती है, जो पाचन, हृदय गति और श्वास सहित विभिन्न शारीरिक कार्यों को नियंत्रित करती है. शोध का एक और दिलचस्प क्षेत्र कब्ज से पीड़ित लोगों में आंत बैक्टीरिया के असंतुलन की जांच करता है.