Heart Health: मुफ्त में मिलने वाली ये एक चीज हार्ट अटैक का खतरा करेगी कम, बढ़ेगी इम्‍युनिटी

Written By ऋतु सिंह | Updated: Aug 13, 2022, 10:44 AM IST

इस विटामिन के सेवन से घट जाएगा हार्ट अटैक का खतरा

Heart and inflammation: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है. आइए आपको बताएं कि कैसे कुछ छोटे-छोटे उपाय करके आप इन खतरों को दूर कर सकते हैं.

डीएनए हिंदी: एक नई स्टडी में ये सामने आया है कि सूरज की रोशनी (sunlight) आपके भीतर कुछ विटामिन्स (vitamins) का लेवल बढ़ा देता है और इम्युनिटी से जुड़े इंफ्लेमेशन (inflammation) को संतुलित भी रखता है. इससे दिल की बीमारियों (heart problems) का खतरा घट जाता है.

इंटरनेशनल जर्नल ऑफ इपिडमियोलॉजी (international journal of epidemiology) में छपी रिपोर्ट के मुताबिक सूर्य की रोशनी से मिले विटामिन डी (vitamin D) से दिल की बीमारियों का खतरा घट जाता है. ये रिसर्च यूके के बायोबैंक की तरफ से लगभग तीन लाख लोगों पर की गई स्टडी में सामने आई है. 

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इंफ्लेमेशन क्या है 
इंफ्लेमेशन आपके इम्युन सिस्टम से जुड़ा सामान्य हिस्सा होता है, जो हमें इंफेक्शन से बचाता है, लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा होना गंभीर बीमारियों के खतरे को बढ़ाता है.  
जिन लोगों में सूर्य की रोशनी से मिला विटामिन डी ज्यादा होता है, उनमें इंफ्लेमेशन संतुलित पाया जाता है. 

कैसे बढ़ाएं विटामिन डी का स्तर 
शरीर में विटामिन डी बढ़ाने के कई तरीके हो सकते हैं, लेकिन सबसे आसान है सूर्य की रोशनी में बैठना. अगस्त से मार्च तक जब धूप में बहुत ज्यादा तीखापन नहीं रहता, तब आप धूप में कुछ वक्त बिता कर नेचुरली विटामिन डी पा सकते हैं. हमारा शरीर सूर्य की रोशनी से अपने आप विटामिन डी बना लेता है.

इसके लिए जरूरी है कि शरीर के ज्यादातर हिस्से पर सूर्य की रोशनी पड़े. एक्सपर्ट्स के मुताबिक वयस्कों को प्रतिदिन 10 माइक्रोग्राम विटामिन डी की जरूरत पड़ती है. हालांकि, ठंड के मौसम में सूर्य की रोशनी ज्यादा असरदार नहीं रहती, तो डॉक्टर की सलाह पर विटामिन डी सप्लिमेंट भी ले सकते हैं. 

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दिल की बीमारी और विटामिन डी
एक्सपर्ट्स का कहना है कि विटामिन डी और दिल की बीमारियों के बीच संबंध हो सकता है. शरीर में अगर विटामिन डी की मात्रा बेहद कम हो तो इससे कैंसर (cancer), मल्टिपल स्केलेरोसिस (multiple sclerosis) और दिल की बीमारी (heart disease) हो सकती है. हालांकि, इस पर और रिसर्च की जरूरत बताई गई है. 

इनमें हो सकती है विटामिन डी की कमी

  • नौकरी पेशा लोग जो कमरे में रह कर काम करते हैं. 
  • ऐसे लोग जो किसी केयर होम में रह रहे हों. 
  • वे लोग जो पूरे शरीर को ढक कर बाहर निकलते हैं.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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