Heart Failure: पेट में छिपा है दिल की सेहत का राज, दिख रहा ये बदलाव तो समय रहते हो जाएं अलर्ट

Written By ऋतु सिंह | Updated: Sep 28, 2022, 02:58 PM IST

 पेट में छिपा है दिल की सेहत का राज, समय रहते हो जाएं अलर्ट

दिल की सेहत के बारे में बताने के लिए कोई सीधा तरीका नहीं है. इसके बारे में हमें सांस फूलने, सीने में दर्द और दिल की धड़कन तेज होने जैसे संकेतों पर निर्भर रहना पड़ता है. आज हम एक नए तरीके के बारे में बता रहे हैं जो दिल की बीमारी का संकेत करता है और आपको सजग भी रखता है.

डीएनए हिंदी: हार्ट फेल्योर की स्थिति तब बनती है जब हमारा हार्ट पूरे शरीर में अच्छी तरह से खून को भेज नहीं पाता. ऐसा तब होता है जब या तो ज्यादा उम्र या हाई ब्लड प्रेशर की वजह से हमारा दिल कमजोर हो जाता है, या, ज्यादातर मामलों में दिल की बीमारी भी एक बड़ी वजह होती है.

एक्सपर्ट बताते हैं कि हाल में पता चला है कि कभी-कभी पेट दर्द भी हार्ट फेल्योर का संकेत होता है. इसके अलावा अन्य संकेतों में टखनों में सूजन, सांस फूलना, सीने में दर्द, दिल की धड़कन बढ़ना या अनियमित होना और कसरत के बाद थकान महसूस होना भी शामिल हैं.

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पेट दर्द को शायद ही कभी कोई दिल की सेहत से जोड़ कर देखता हो. यही नहीं लगातार खांसी आना, पेट फूलना, तेजी से वजन बढ़ना, बेचैनी और भूख न लगना भी हार्ट फेल्योर के संकेत हो सकते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब हार्ट फेल्योर हो रहा होता है, उस दौरान पेट के आसपास के एरिया में खून इकट्ठा होने लगता है. इसकी वजह से पेट फूलने लगता है. साथ ही सीने में फ्लुइड जमा होने लगता है. 

दिल को तंदुरुस्त कैसे रखें
एक्सपर्ट बताते हैं कि पोषणयुक्त खानपान के साथ सक्रिय रह कर मोटापा घटाना, कसरत करना, तंबाकू उत्पादों से दूरी बनाना और शराब का सेवन न करना ही काफी है. इससे हमारी जीवनशैली में सुधार आता है और हमारा दिल सेहतमंद बना रहता है. ऐसे लोगों से दूरी बनाना भी जरूरी है जो सिगरेट और सिगार पीने के आदी हों क्योंकि इसके धुएं से प्रभावित हुए बिना आप नहीं रहेंगे। इसे सेकेंडहैंड स्मोकिंग भी कहा जाता है. 

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जांच कराते रहें
अगर आपकी सांस फूलती हो या सीने में दर्द महसूस हो तो अपने डॉक्टर से मिलें. आपका डॉक्टर ईसीजी से आपके दिल की सेहत का अंदाजा लगा लेगा. जरूरी होगा तो आपका ब्रीदिंग टेस्ट होगा. इसके अलावा आपके फेफड़ों में फ्लुइड तो नहीं भर रहा, इसका पता लगाने के लिए एक्स-रे भी कराया जा सकता है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.) 

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