Hemophilia in Child: क्या आपके बच्चे के शरीर से बह रहा खून जल्दी से नहीं होता बंद, जानिए उसे क्या बीमारी है?

सुमन अग्रवाल | Updated:Aug 19, 2022, 12:52 PM IST

क्या आपके बच्चे के शरीर से बह रहा खून जल्दी से नहीं होता बंद, जानिए उसे क्या बीमारी है?

Children Health से जुड़ी एक बड़ी बीमारी है हीमोफिलिया, इसमें बच्चों के शरीर के किसी भी अंग से अगर खून गिर रहा है तो वह जल्दी बंद नहीं होगा. ब्लड क्लॉटिंग अनियंत्रित हो जाएगी, इसके लक्षण और क्या हैं, जानिए क्या है यह बीमारी और इसका इलाज

डीएनए हिंदी: हीमोफिलिया एक तरह का डिसऑर्डर (Hemophilia Disorder) है, जिससे हमारे शरीर का खून प्रभावित होता है.हीमोफिलिया की स्थिति में शरीर में खून के थक्के (Blood Cloting) बनने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है. इसकी वजह से शरीर से बह रहा खून जल्दी से रुकना बंद नहीं होता. (Bleeding) हीमोफिलिया का सबसे आम लक्षण अनियंत्रित खून का बहना है.इस बीमारी से कोई भी पीड़ित हो सकता है लेकिन आज हम बच्चों में इसके लक्षण (Hemophilia Symptoms in Child) और कारण पर बात करेंगे. 

हीमोफिलिया से पीड़ित बच्चों में चोट लगने पर लंबे वक्त तक ब्लीडिंग की समस्या दिखाई देती है, अगर उन्हें कहीं भी चोट लग गई या फिर हाथ पैर कुछ कट गया तो उनका खून बहना बंद नहीं होता है,यही इस बीमारी का आम संकेत है. दरअसल पेशेंट्स में ब्लड क्लॉटिंग फैक्टर्स (Blood clotting factors) की कमी की वजह से ऐसा होता है. क्लॉटिंग फैक्टर एक तरह का प्रोटीन (Protein) होता है, जो ब्लीडिंग कंट्रोल करने में खास भूमिका निभाता है. यह बीमारी कई प्रकार की होती है जिसमें हीमोफिलिया ए और बी है. 

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लक्षण (Hemophilia Symptoms in Children) 

मांसपेशियों एवं जोड़ों से ब्लीडिंग होना
इंटरनल ब्लीडिंग (शरीर के आंतरिक अंगों में रक्तस्त्राव)होना
किसी सर्जरी के बाद ज्यादा वक्त तक ब्लीडिंग होना
नाक से लगातार खून बहना
मसूड़ों से लगातार ब्लीडिंग होना

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Causes 

इस ब्लीडिंग की वजह से कई और बीमारियां घर कर जाती है. जैसे 
जोड़ों में दर्द (Joints pain) होना
जोड़ों में सूजन (Joint inflammation)आना
जोड़ों में अकड़न होना
बच्चे को चलने में कठिनाई होना
बच्चों का मूवमेंट ना करना
बच्चे के उल्टी (Vomiting)करने पर ब्लड आना
ब्रेन में ब्लीडिंग होने पर बच्चे का ना सोना,सीजर्स (Seizures) की समस्या या सिरदर्द (Headache) होना

इन संकेतों से आप बच्चे को यह बीमारी है या नहीं इसका पता लगा सकते हैं. हालांकि अन्य कई कारण भी हो सकते हैं, जैसे जेनेटिक हिस्ट्री की वजह से भी ऐसा होता है.गर्भवती मां को अगर यह समस्या है तो काफी हद तक यह चांस है कि होने वाले बच्चे को भी यह दिक्कत होगी.

डॉक्टर्स कहते हैं कि अगर मां को हीमोफिलिया की समस्या है तो लड़के और लड़कियां दोनों में यह बीमारी हो सकती है. हालांकि यहां एक बात समझना बेहद जरूरी है कि महिलाओं में हीमोफिलिया तभी संभव है जब पिता को हीमोफिलिया (Hemophilia)हो और मां हीमोफीलिया जीन की वाहक हों. 

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कैसे करें इलाज (Treatment of Hemophilia) 


कई बार दवा से यह ब्लीडिंग नहीं रुकती है, तब सर्जरी करनी पड़ सकती है. 
जॉइन्ट्स में ब्लीडिंग की समस्या होने पर सर्जरी (Surgery) या इमोबिलाइजेशन (Immobilization) की आवश्यकता पड़ सकती है. जॉइन्ट्स में ब्लीडिंग के तकलीफ को दूर करने के लिए फीजिकल थेरिपी (Physical Therapy) या एक्सरसाइज (Exercise) की भी मदद ली जा सकती है
ब्लड ट्रांस्फ्यूजन (Blood transfusions) की समस्या को दूर करने के लिए बच्चे को एक्स्ट्रा ब्लड की जरूरत पड़ सकती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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