डीएनए हिंदी: डायबिटीज उन घातक बीमारियों में से एक है, जिसके होते ही ब्लड शुगर अनकंट्रोल हो जाता है. इसमें पैंक्रिया इंसुलिन का प्रोडक्शन ठीक से नहीं हो पाता. इसकी वजह से ब्लड शुगर हाई हो जाता है. इसका हाई लेवल अंधेपन से लेकर अपंग बना सकता है. अगर लंबे समय तक ब्लड शुगर हाई या लो रहे तो यह आंख से लेकर दिल, किडनी और लंग्स को बुरी तरह प्रभावित करता है. यह इन बाॅडी पार्टस को डैमेज कर व्यक्ति की मौत की वजह तक बन जाता है. डायबिटीज को खत्म करने की अब तक कोई दवा भी नहीं बनी है. यही वजह है कि इसमें खानपान का ध्यान रख कर ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है. इसके अलावा कुछ हर्ब्स का सेवन भी ब्लड शुगर को कंट्रोल में रख सकता है.
आयुर्वेद में दवा काम करने वाली इन हर्ब्स का चूर्ण बनाकर सेवन करने से ही ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है. इनका नियमित सेवन आपको डायबिटीज जैसी घातक बीमारी से दूर रख सकता है. यह ब्लड शुगर लेवल को नाॅर्मल रखता है. इसके लक्षणों को दूर कर स्वस्थ रखने में मदद करता है.
आयुर्वेदं एक्सपर्ट के अनुसार, गिलोय, लाल चंदन, नीम, चिरायता, अजवाइन, गोरखमुंडी और सौफ किसी दवा से कम नहीं है. इन चीजों का नियमित सेवन ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है. इसके अलावा भी यह शरीर में होने वाली कई परेशानियों को दूर करता हैं. अगर आपका ब्लड शुगर लेवल हाई रहता है तो इन 5 हर्ब्स को बराबर मात्रा में मिलाकर इन्हें पीसकर चूर्ण तैयार कर लें. इस चूर्ण की फंकी लगा लें. इससे ब्लड शुगर को दिन भर नाॅर्मल रहेगा.
नीम के पत्ते
नीम में मिलने वाले गुण किसी दवा से कम नहीं है. यह ब्लड प्यूरीफायर का काम करता है. इसमें कषाय रस पाया जाता है. यह ब्लड शुगर को कम करता है. नीम की पत्तियां में कई सारे फ्लेवोनोइड्स समेत दूसरे तत्व मौजूद होते हैं, जो पैंक्रियाज को स्टिम्युलेट करते हैं. यह ब्लड शुगर को नॉर्मल रखता है.
गिलोय
आयुर्वेद में गिलोय महत्वपूर्ण दवाओं से भरपूर है. इसका सेवन करने कई सारी बीमारियों का खात्मा होता है. गिलोय का सेवन इंसुलिन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है. यह ब्लड में ग्लूकोज के लेवल को सही रखता है. इससे ब्लड शुगर लेवल नाॅर्मल रहता है.
चिरायता और सौंफ
चिरायता में एक आमरोगेंटिन कंपाउंड पाया जाता है. यह ब्लड में शुगर की मात्रा को बढ़ने से रोकता है. इसके साथ ही सौंफ का सेवन भी ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है. इनमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स नेचुरल इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाते हैं. इससे ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है.
गोरखमुंडी और लाल चंदन
गोरखमुंडी आयुर्वेद में शामिल ताकतवर हर्ब्स में से एक है. इसमें एंटीडायबिटीक गुण पाएं जाते हैं. यह ब्लड में शुगर को घुलने से रोकता है. इसे सीमित रखता है. वहीं लाल चंदन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ब्लड शुगर को नॉर्मल रखने में मदद करते हैं. बाॅडी को हेल्दी बनाएं रखते हैं.
ऐसे तैयार करें चूर्ण
डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर के हाई या लो लेवल से परेशान हैं तो नीम की पत्तियां, गिलोय, सौंफ, गोरखमुंडी, अजवाइन और लाल चंदन को बराबर मात्रा में ले लें. इन्हें अच्छे से मिक्स करके ग्राइंड कर दें. इनका पाउडर तैयार कर लें. अब इस पाउडर का सुबह और शाम के समय पानी के साथ सेवन करें. नियमित रूप से इस चूर्ण का सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहेगा. ब्लड शुगर के नाॅर्मल होने पर इस चूर्ण की मात्रा धीरे धीरे कम कर दें. इसका इस्तेमाल करना किसी दवा से कम नहीं है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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