डीएनए हिंदीः क्रोनिक किडनी रोग (सीकेडी) अक्सर धीरे-धीरे और कुछ लक्षणों के साथ शुरू होता है और इसे बढ़ाने में डायबिटीज का बिगड़ना बड़ा कराण बनता है. यदि आपको डायबिटीज है तो नियमित रूप से अपनी किडनी की जांच करवाएं. ब्लड और यूरिन टेस्ट के जरिए आपके किडनी का हाल पता चल जाएगा.
अगर आपका ब्लड शुगर हमेशा ही हाई रहता है तो किडनी की खराबी या सीकेडी विकसित होने का खतरा आपमें ज्यादा रहेगा. सीकेडी डायबिटीज वाले लोगों में आम है. Centers for Disease Control and Prevention के अनुसार डायबिटीज से पीड़ित लगभग 3 में से 1 वयस्क को सीकेडी है. टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज दोनों ही किडनी की बीमारी का कारण बन सकते हैं. किडनी लाखों छोटे फिल्टरों से बनी होती है जिन्हें नेफ्रॉन कहा जाता है. डायबिटीज में शुगर हाई होने से किडनी के साथ-साथ नेफ्रॉन में रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए वे सही काम नहीं कर पाती हैं, जितना उन्हें करना चाहिए.
कई बार डायबिटीज से पीड़ित कई लोगों में हाई ब्लड प्रेशर भी होता है और ये भी किडनी को नुकसान पहुंचाता है. सीकेडी को विकसित होने में लंबा समय लगता है और आमतौर पर प्रारंभिक चरण में इसके कोई संकेत या लक्षण नहीं होते हैं. आपको तब तक पता नहीं चलेगा कि आपको सीकेडी है जब तक कि आपका डॉक्टर इसकी जांच न कर ले.
किडनी को स्वस्थ रखने के टिप्स (Tips To Keep Your Kidneys Healthy)
आप अपने ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल में रखकर किडनी को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं. यह आपके हृदय और रक्त वाहिकाओं के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है - हाई ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का स्तर सभी हृदय रोग और स्ट्रोक के जोखिम कारक हैं.
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प्रीडायबिटीज और किडनी रोग
यदि आपको प्रीडायबिटीज है तो टाइप 2 डायबिटीज को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करें. अध्ययनों से पता चला है कि टाइप 2 डायबिटीज के उच्च जोखिम वाले अधिक वजन वाले लोग अपने शरीर के वजन का 5% से 7% तक कम करके किडनी के रोग से खुद को बचा सकते हैं. आप स्वस्थ भोजन और प्रत्येक सप्ताह 150 मिनट एक्सरसाइज करें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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