आंखों की रोशनी छीन सकता है High Blood Sugar, ये लक्षण दिखते ही कराएं जांच

Written By Abhay Sharma | Updated: Oct 13, 2024, 10:41 AM IST

Diabetic Retinopathy Symptoms

Health Risks Of High Blood Sugar: लंबे समय से बढ़ा हुआ शुगर लेवल आपकी आंखों की रोशनी छीन सकती है. इससे आपको आंखों से जुड़ी इस गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ सकता है.

भारत में डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और अब यह एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है. चिंता की बात यह है कि लगातार बिगड़ती जीवनशैली, खराब खानपान और कम फिजिकल एक्टिविटी के (Diabetes Causes) कारण बड़े ही नहीं, बल्कि बच्चे भी तेजी से इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह बीमारी बढ़ते समय के साथ किडनी, नसों, दिल और आंखों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है. 

लंबे समय से बढ़ा हुआ शुगर लेवल (High Blood Sugar Level) आपकी आंखों की रोशनी छीन सकती है. इससे आपको आंखों से जुड़ी इस गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में आइए जानते हैं क्या है ये बीमारी (Health Risks Of High Blood Sugar) और इसके लक्षण क्या हैं, ताकि आप समय रहते इसकी पहचान कर खुद को इसकी चपेट में आने से बचा सकें...   

डायबिटीक रेटिनोपैथी?
हेल्थ ए्क्सपर्ट्स के मुताबिक लंबे समय तक रहने वाले हाई ब्लड शुगर लेवल के कारण आप डायबिटीक रेटिनोपैथी की चपेट में आ सकते हैं. अगर समय रहते इसकी पहचान कर इलाज न किया जाए तो इसकी वजह से मरीज अपनी आंखों की रोशनी खो सकता है. चिंता की बात यह है कि कई बार इस बीमारी का तब तक पता नहीं चलता, जब तक कि नियमित तौर से रेटिनल जांच न हो.  यही वजह है कि इसे 'दृष्टि का साइलेंट चोर' भी कहा जाता है. 

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक शुगर के मरीजों में डायबिटीक रेटिनोपैथी का जोखिम समय के साथ बढ़ता जाता है. इसलिए समय रहते इसके लक्षणों की पहचान कर तुरंत आंखों की जांच कराना जरूरी है. इससे आप इस गंभीर बीमारी से बचे रह सकते हैं. 
 

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डायबिटीक रेटिनोपैथी के लक्षण

  • धुंधला दिखाई देना
  • रंग पहचानने में दिक्कत होना
  • आंखों के आगे अंधेरा छाना 
  • आंखों में धब्बे नजर आना

नियमित जांच कराना है जरूरी
डायबिटीक रेटिनोपैथी के मामले लोगों में तेजी से बढ़ रहे हैं, इसके पीछे की बड़ी वजह ये है कि लोगों के बीच इस बीमारी को लेकर जानकारी और जागरूकता दोनों की कमी है. वहीं शुरुआती स्टेज में इसके ज्यादातर मामले बिना लक्षण के ही होते हैं, जिससे ये स्थिति और भी ज्यादा गंभीर हो जाती है. ऐसे में डायबिटीज से पीड़ित मरीजों को डायबिटीक रेटिनोपैथी के बारे में जागरूक होना जरूरी है. ऐसी स्थिति में आपको रेगुलर आंखों की जांच कराते रहना चाहिए. 

 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

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