डीएनए हिंदी: Long Term Effects Of Wearing High Heels आजकल महिलाएं हाई हील्स पहनना काफी ज्यादा पसंद करती हैं, इससे पर्सनालिटी में निखार तो आता है. लेकिन यह सेहत के लिहाज से सही नहीं माना जाता है. ऐसे में अगर आप रोज-रोज हाई हील्स वाले फुटवियर पहनते हैं तो आपको थोड़ा सावधान होने की जरूरत है. क्योंकि ऐसे फुटवियर पहनना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक (High Heels Health Risk) पैरों के लिए वही चप्पल-जूते अच्छे माने जाते हैं, जिन्हें पहनने पर पैर अपने शेप में रहें और उनपर कोई अतिरिक्त दवाब न पड़े. अगर आप नाॅर्मल चप्पल-जूते के बजाए ज्यादा हाई हील्स पहनती हैं तो इसकी वजह से आप कई (High Heels) तरह की गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकती हैं. आइए जानते हैं हाई हील्स पहनने से क्या- क्या समस्याएं हो सकती हैं...
हाई हील्स पहनने से होती है ये बीमारियां
हाई हील्स ज्यादा पहनने से पैरों में बनियन की समस्या हो सकती है और इससे फ्यूचर में पोडियाट्री की दिक्कत हो सकती है. बता दें कि हाई हील्स पहनने से पैरों की उंगलियां आपसे में चिपक जाती है, जिस वजह से इसका शेप खराब हो सकता है और पैरों में पोडियाट्री भी हो सकती है. इतना ही नहीं इसकी वजह से अंगुठे के पास की हड्डी निकल जाती है, जिससे पैर का शेप पूरी तरह से खराब हो जाता है.
ये 5 आयुर्वेदिक टिप्स किडनी में भरे विषाक्त पदार्थों को छानकर कर देंगे बाहर
हाई हील्स पहनने से होते हैं ये गंभीर नुकसान
बता दें कि हाई हील्स पहनने से पैरों को भारी नुकसान होता है. इस वजह से रूमेटाइड अर्थराइटिस की समस्या हो सकती है. साथ ही इससे पैरों का शेप बिगड़ सकता है. इसके अलावा हाई हील्स पहनने के कारण क्लॉ टो (Claw toe) की समस्या हो सकती है, जिसमें पैरों के अंगूठे दूसरी उंगलियों से चिपके नजर आते हैं. इसके अलावा इसकी वजह से जोड़ों में दर्द, टखने में मोच, पैर की उंगलियों का ओवलैप होने के कारण भद्दे दिखने जैसी समस्या हो सकती है. इतना ही नहीं हाई हील्स पहनने से आपको कम में भी दर्द की शिकायत हो सकती है.
इसके अलावा इन समस्याओं का भी बढ़ जाता है खतरा
- पॉश्चर खराब होता है
- आर्च स्ट्रेन
- फ्रैक्चर का खतरा
- घुटनों में दर्द
- पैरों में दर्द
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.