डीएनए हिंदी: जोड़ों में दर्द और सूजन की वजह बॉडी में हाई यूरिक एसिड और गाउट का बनना है. यह शरीर में प्यूरिन की मात्रा में अधिक होने पर किडनी के फिल्टर न करने की वजह अपशिष्ट पदार्थ का उत्पदान होने लगता है. यूरिक एसिड शरीर के जोड़ों में जाकर जम जाता है. इसे दिक्कतें बढ़ने लगती है.
ये हैं हाई यूरिक एसिड के लक्षण
बॉडी में हाई यूरिक होने पर उसके प्रमुख लक्षण जोड़ों में दर्द और सूजन आना है. यूरिक एसिड होने को हाइपरयूरीसिमिया भी कहा जाता है. इसके हाई होने पर गठिया और किडनी में पथरी बनने लगती है. हाई यूरिक एसिड होने पर जोड़ों में दर्द और सूजन के साथ ही बार-बार पेशाब आना, जी मितलाना, जोड़ों का एक दम जम जाना है.
इन चीजों को फॉलो कर कंट्रोल कर सकते हैं यूरिक एसिड
एक्सपर्ट्स के अनुसार, यूरिक एसिड को बिना किसी दवाई के भी कम किया जा सकता है. इसके लिए लाइफस्टाइल और खानपान में सावधानी बरतने से लेकर बदलाव की जरूरत है. इसके लिए दिन में पैदल चलने से लेकर एक्सरसाइज और तनाव को कम करने वाले योगासन भी करें. इसके साथ ही वजन को कम करें. इसकी वजह मोटे लोगों में यूरिक एसिड हाई होने की संभावना बहुत ज्यादा रहती है.
दिनचर्या में इन चीजों को शामिल कर कम हो सकता है यूरिक एसिड
स्विमिंग करें
हाई यूरिक एसिड की समस्या से निजात पाने के लिए स्विमिंग करना फायदेमंद हो सकता है. नियमित तौर पर स्विमिंग करने से तनाव कम होने के साथ ही शरीर बैलेंस और पोस्चर में सुधार होता है. साथ ही इसे बहुत ज्यादा मात्रा में कैलोरी बर्न होती है. इसे वजन कंट्रोल किया जा सकता है.
साइकिल चलाना
साइकिल चलाना सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है. यह जोड़ों की एक बेहतरीन एक्सरसाइज में से एक है. इसके साथ ही यह मसल्स को मजबूत करती है. यूरिक एसिड से ग्रस्त लोगों को नियमित रूप से साइकिल चलानी चाहिए. इसे बॉडी में बढ़ रहा यूरिक एसिड कंट्रोल हो जाएगा.
पैदल चलना
हर दिन स्वास्थ्य रहने के लिए कम से कम 8 से 10 हजार कदम चलना सही रहता है. यह शरीर को बीमारियों से दूर रखने के साथ ही एक्टिव रखता है. इसे तनाव और हाइपरटेंशन की समस्या भी खत्म हो जाती है. यह यूरिक एसिड को भी खत्म करने में बेहद फायदेमंद है. इसे दिल की बीमारी और मोटापा दूर रहता है. c
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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